गूगल ने अपने स्वायत्त AI कोडिंग एजेंट, जूल, के लिए जूल टूल्स नामक एक नया कमांड-लाइन इंटरफ़ेस (CLI) और एक सार्वजनिक API लॉन्च किया है। यह लॉन्च डेवलपर्स को जूल को सीधे अपने वर्कफ़्लो में एकीकृत करने की अनुमति देता है, जिससे टर्मिनल, निरंतर एकीकरण (CI/CD) सिस्टम और स्लैक जैसे प्लेटफार्मों से एसिंक्रोनस कार्य प्रबंधन और कस्टम इंटीग्रेशन के लिए प्रोग्रामेटिक एक्सेस सक्षम होता है।
जूल, जो गूगल के उन्नत जेमिनी 2.5 प्रो मॉडल द्वारा संचालित है, अब डेवलपर्स को कमांड लाइन से ही कोड जनरेशन और रिफैक्टरिंग जैसे कार्यों को ट्रिगर करने की सुविधा देता है। सार्वजनिक API कस्टम इंटीग्रेशन के लिए प्रोग्रामेटिक पहुंच प्रदान करता है, जिससे जूल को मौजूदा टूलचेन और ऑटोमेशन समाधानों में प्लग किया जा सकता है। यह कदम उत्पादकता बढ़ाने और विकास प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
यह विस्तार हजारों बीटा परीक्षकों से प्राप्त प्रतिक्रिया पर आधारित है, जिन्होंने दसियों हज़ार कार्यों को संभाला है। जूल कोडिंग की दुनिया में एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतिनिधित्व करता है। ऐतिहासिक रूप से, जूल GitHub के साथ एकीकृत एक प्रायोगिक एजेंट के रूप में विकसित हुआ है।
इस लॉन्च के साथ, गूगल AI-संचालित सॉफ्टवेयर विकास बाजार में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। जूल टूल्स का परिचय डेवलपर्स के लिए AI कोडिंग सहायकों के बढ़ते परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण प्रगति है, जो ओपनएआई के कोडेक्स और गिटहब कोपायलट जैसे प्रतिस्पर्धियों के साथ प्रतिस्पर्धा को और तेज करता है। जूल की क्षमताएं, जैसे कि एसिंक्रोनस कार्य निष्पादन और विस्तृत योजना निर्माण, इसे डेवलपर्स के लिए एक शक्तिशाली उपकरण बनाती हैं।
जूल के बीटा परीक्षण के दौरान, हजारों डेवलपर्स ने दसियों हज़ार कार्यों को पूरा किया। इस प्रतिक्रिया के आधार पर, गूगल ने उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस को बेहतर बनाया, सैकड़ों बग ठीक किए, और नई सुविधाएँ जोड़ी, जैसे कि पिछले सेटअप का पुन: उपयोग करके कार्यों को तेज़ी से चलाना। यह विकास सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग के भविष्य को आकार देने में AI की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है।