यॉर्क की ड्यूचेस, सारा फर्ग्यूसन, 2011 के एक ईमेल के कारण विवादों में घिर गई हैं, जिसमें उन्होंने वित्तीय विशेषज्ञ जेफ्री एपस्टीन को "एक दृढ़, उदार और महान मित्र" बताया था। यह ईमेल तब सामने आया जब ड्यूचेस ने उसी वर्ष एपस्टीन की सार्वजनिक रूप से निंदा की थी, जिससे एक बड़ा विरोधाभास पैदा हो गया था। इस खुलासे के बाद, कई प्रमुख दान संस्थाओं ने ड्यूचेस के साथ अपने संबंध समाप्त कर दिए हैं।
जूलिया'स हाउस, एक बच्चों के धर्मशाला, ने इस मामले को "अनुचित" मानते हुए ड्यूचेस के संरक्षण को समाप्त कर दिया है। इसी तरह, टीनएज कैंसर ट्रस्ट और प्रिवेंट ब्रेस्ट कैंसर जैसी संस्थाओं ने भी उनसे दूरी बना ली है। इन संस्थाओं ने अपने बयानों में कहा है कि हालिया खुलासे के बाद ड्यूचेस का उनके साथ जुड़े रहना उचित नहीं है।
ड्यूचेस के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है कि यह ईमेल एपस्टीन द्वारा मानहानि का मुकदमा करने की धमकी के बाद कानूनी सलाह के तहत भेजा गया था। प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि ड्यूचेस एपस्टीन की निंदा करती हैं और उनके साथ अपने पिछले जुड़ाव पर खेद व्यक्त करती हैं। यह घटना एपस्टीन के नेटवर्क से जुड़े व्यक्तियों के लिए चल रही चुनौतियों को उजागर करती है।
यह ध्यान देने योग्य है कि 2011 में, ड्यूचेस ने इवनिंग स्टैंडर्ड को दिए एक साक्षात्कार में एपस्टीन से £15,000 स्वीकार करने पर खेद व्यक्त किया था और कहा था कि वह "बाल यौन शोषण को घृणा करती हैं" और "कभी भी जेफ्री एपस्टीन से कुछ भी नहीं करना चाहेंगी"। हालांकि, कुछ हफ्तों बाद भेजा गया यह ईमेल उनके पहले के सार्वजनिक बयानों के विपरीत है। इस पूरे प्रकरण ने ड्यूचेस के सार्वजनिक जीवन और दान कार्यों पर एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है।
यह घटना दर्शाती है कि कैसे अतीत के संबंध वर्तमान की प्रतिष्ठा को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर जब वे विवादास्पद हस्तियों से जुड़े हों। यह उन संस्थाओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण सबक है जो सार्वजनिक हस्तियों के साथ जुड़ती हैं, उन्हें अपने मूल्यों और प्रतिष्ठा के प्रति सतर्क रहना चाहिए।