कैस्टिला-ला मांचा (FECISO) का 22वां अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक सिनेमा महोत्सव 19 अक्टूबर, 2025 को टोलेडो में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस प्रतिष्ठित आयोजन ने उन फिल्मों पर ध्यान केंद्रित किया जो समाज की गहन समस्याओं को उजागर करती हैं। महोत्सव ने एक बार फिर कला के उस अटूट मूल्य को स्थापित किया कि सिनेमा वास्तविकता को दर्शाने और उसमें सकारात्मक रूपांतरण लाने का एक शक्तिशाली माध्यम है। यह 22वां संस्करण सामाजिक सरोकार वाले सिनेमा की बढ़ती प्रासंगिकता और महत्व का प्रमाण था, जिसने दर्शकों को सोचने पर मजबूर करने वाले विषयों से जोड़ा।
समापन समारोह का मुख्य आकर्षण अनुभवी अभिनेता लुइस वरेला को दिया गया प्रतिष्ठित 'सिनेमा में संपूर्ण जीवन' (A Lifetime in Cinema) मानद पुरस्कार था। यह सम्मान रंगमंच, टेलीविजन और सिनेमा में उनके व्यापक और बहुआयामी करियर को मान्यता देता है। वरेला ने अपने अभिनय जीवन में सौ से अधिक परियोजनाओं में अपनी कला का प्रदर्शन किया है, जिसमें उन्होंने कॉमेडी और ड्रामा दोनों शैलियों में अपनी महारत साबित की है। यह पुरस्कार उनकी लंबी और प्रभावशाली यात्रा के प्रति एक हार्दिक श्रद्धांजलि थी, जिसने स्पेनिश कला जगत को समृद्ध किया है।
लघु फिल्म प्रतियोगिता वर्ग में, मुख्य पुरस्कार जोस ए. कैम्पोस द्वारा निर्देशित फिल्म «El lado más bestia de la vida» (जीवन का सबसे क्रूर पक्ष) को प्रदान किया गया। यह फिल्म अपनी सशक्त कहानी के कारण निर्णायक मंडल की पहली पसंद बनी। इसी फिल्म के लिए अभिनेत्री रोसारियो पारडो को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। दूसरी ओर, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार नाचो गुएरेरोस ने फिल्म «Piedra, papel y tijera» (पत्थर, कागज और कैंची) में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए जीता। युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, मारिया रोमानिलोस को सर्वश्रेष्ठ युवा प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया, जो भविष्य के सिनेमा के लिए आशा जगाता है।
महोत्सव का सामाजिक उद्देश्य वृत्तचित्र (डॉक्यूमेंट्री) विधा में भी स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुआ। सैमुअल वेला की कृति «La fuerza del silencio» (मौन की शक्ति) को समकालीन और प्रासंगिक विषयों को उजागर करने के लिए विशेष रूप से सराहा गया। इसके अतिरिक्त, वृत्तचित्र श्रेणी में राफेल अरोयो की फिल्म «Emilia» को भी विशेष रूप से उल्लेखित किया गया। आयोजकों ने इस बात पर जोर दिया कि FECISO का लक्ष्य केवल मनोरंजन करना नहीं है, बल्कि ज्ञानोदय का एक उपकरण बनना है, जो ज़ेनोफ़ोबिया (विदेशी द्वेष), लैंगिक हिंसा और बाल अधिकारों जैसे संवेदनशील और ज्वलंत मुद्दों को मंच प्रदान कर सके और समाज में संवाद शुरू कर सके।
टोलेडो में महोत्सव के मुख्य चरण का सफल समापन, विशेष रूप से टीट्रो रोजास में दर्शकों की भारी भीड़ (हाउसफुल) ने, सामाजिक रूप से जिम्मेदार सिनेमा के प्रति जनता की उच्च रुचि को दर्शाया। 10 से 19 अक्टूबर तक आयोजित यह महोत्सव अब अपने 'खानाबदोश चरण' (Nomadic Stage) में प्रवेश कर रहा है। इस चरण के तहत, यह कला और संदेश कैस्टिला-ला मांचा के अन्य शहरों तक पहुंचाया जाएगा, जिनमें टोरिजोस और क्यूएंका शामिल हैं, ताकि व्यापक दर्शकों तक इसकी पहुंच सुनिश्चित हो सके और सामाजिक जागरूकता का यह सिलसिला जारी रहे।