शीन, एक प्रमुख ऑनलाइन फैशन रिटेलर, अपनी तेज़-फैशन मॉडल के लिए जाना जाता है, जो अत्यधिक उत्पादन और कम कीमतों के साथ हजारों नए उत्पादों को दैनिक रूप से पेश करता है। इस मॉडल ने कंपनी को वैश्विक स्तर पर लोकप्रियता दिलाई है, लेकिन इसके साथ ही पर्यावरणीय और श्रमिक अधिकारों से संबंधित गंभीर चिंताएँ भी उत्पन्न हुई हैं।
2023 में, शीन ने 16.7 मिलियन मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित किया, जो चार कोयला-आधारित पावर प्लांट्स के वार्षिक उत्सर्जन के बराबर है। कंपनी के उत्पादों में से 76% पॉलिएस्टर से बने होते हैं, जो माइक्रोप्लास्टिक्स छोड़ने के लिए जाना जाता है, और इनमें से केवल 6% ही रीसायकल किए जाते हैं। इसके अलावा, शीन के उत्पादन में उपयोग होने वाले रासायनिक पदार्थों के कारण जल स्रोतों में प्रदूषण की समस्या भी बढ़ी है।
श्रमिक अधिकारों के संदर्भ में, शीन की आपूर्ति श्रृंखला में श्रमिकों के लिए कठिन परिस्थितियाँ सामने आई हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, आपूर्तिकर्ता कारखानों में श्रमिकों को अत्यधिक घंटे काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, जो स्थानीय श्रम कानूनों का उल्लंघन करता है। इसके अलावा, कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला में बाल श्रम के मामले भी सामने आए हैं, जिनके परिणामस्वरूप शीन ने अपनी आपूर्तिकर्ता नीतियों को सख्त किया है और गंभीर उल्लंघनों के लिए तत्काल समाप्ति की प्रक्रिया शुरू की है।
इन चिंताओं के बावजूद, शीन ने अपनी पर्यावरणीय और सामाजिक जिम्मेदारियों को संबोधित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। कंपनी ने 2050 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है और 2030 तक उत्सर्जन में 25% की कमी लाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, शीन ने अपने उत्पादों में रीसायकल पॉलिएस्टर और वन-सुरक्षित विस्कोस जैसे पर्यावरणीय रूप से बेहतर सामग्रियों का उपयोग बढ़ाया है।
हालाँकि, आलोचक यह मानते हैं कि शीन की तेज़-फैशन मॉडल और उत्पादन की गति पर्यावरणीय और श्रमिक अधिकारों से संबंधित समस्याओं को बढ़ावा देती है। उद्योग में स्थिरता और नैतिकता को बढ़ावा देने के लिए व्यापक सुधारों की आवश्यकता है, ताकि इन समस्याओं का समाधान किया जा सके और एक अधिक जिम्मेदार फैशन उद्योग का निर्माण किया जा सके।