अमेरिकी हाउस ओवरसाइट कमेटी ने जेफरी एपस्टीन और घिसलीन मैक्सवेल से संबंधित सेक्स ट्रैफिकिंग जांच के दस्तावेज़ों की मांग करते हुए न्याय विभाग को सम्मन जारी किया है।
इस कदम के तहत, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन, और अन्य पूर्व कानून प्रवर्तन अधिकारियों से बयान लेने की योजना है।
न्याय विभाग ने एपस्टीन और मैक्सवेल से संबंधित ग्रैंड जूरी ट्रांसक्रिप्ट को सार्वजनिक करने का अनुरोध किया है, यह दावा करते हुए कि अधिकांश जानकारी पहले ही सार्वजनिक हो चुकी है।
हालांकि, मैक्सवेल के वकीलों ने इन ट्रांसक्रिप्ट्स को सार्वजनिक करने का विरोध किया है, यह तर्क देते हुए कि इससे उनकी कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप हो सकता है।
इस बीच, मैक्सवेल को फ्लोरिडा की एक कम सुरक्षा वाली संघीय जेल से टेक्सास के एक न्यूनतम सुरक्षा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिससे पीड़ितों के परिवारों और समर्थकों के बीच चिंताएं बढ़ गई हैं।
यह मामला 1920 के दशक के अल्बर्ट फॉल मामले की याद दिलाता है, जहां एक कैबिनेट सदस्य को भ्रष्टाचार के लिए दोषी ठहराया गया था, जो उच्च पदों पर बैठे लोगों के लिए जवाबदेही के महत्व को दर्शाता है।
एपस्टीन मामले में पारदर्शिता की मांग उस पैटर्न को दर्शाती है, जहां जनता शक्तिशाली व्यक्तियों द्वारा किए गए कथित गलत कामों की पूरी जांच और जवाबदेही की मांग करती है।