फ्रीक-नेस (FREQ-NESS) नामक एक नई मस्तिष्क इमेजिंग तकनीक दिखाती है कि मस्तिष्क ध्वनि के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करता है। पुरानी विधियों के विपरीत, फ्रीक-नेस (FREQ-NESS) दिखाता है कि तंत्रिका नेटवर्क प्रत्येक टोन या लय के साथ वास्तविक समय में कैसे बदलते हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि ध्वनि के जवाब में मस्तिष्क तरंग नेटवर्क बदलते और पुनर्गठित होते हैं। इससे पता चलता है कि ध्वनि सक्रिय रूप से मस्तिष्क को आकार देती है, जो यह समझा सकती है कि संगीत मूड को कैसे प्रभावित करता है और लयबद्ध चिकित्सा कैसे काम करती है। यह खोज भारतीय शास्त्रीय संगीत के संदर्भ में भी प्रासंगिक है, जहाँ राग और ताल भावनाओं को गहराई से प्रभावित करते हैं।
फ्रीक-नेस (FREQ-NESS) नए मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस को जन्म दे सकता है और ऑटिज्म जैसी स्थितियों का निदान करने में मदद कर सकता है। यह ध्यान और धारणा के बारे में मौजूदा विचारों को भी चुनौती देता है, यह सुझाव देता है कि ध्वनि इस बात को गहराई से प्रभावित करती है कि हम कैसे ध्यान केंद्रित करते हैं और सीखते हैं। यह खोज शिक्षा और सीखने की प्रक्रियाओं में ध्वनि के उपयोग के लिए नए रास्ते खोल सकती है, जो भारत में शिक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।