अंतरिक्ष की गहराइयों से एक दुर्लभ आगंतुक, इंटरस्टेलर धूमकेतु 3I/ATLAS, अक्टूबर 2025 में हमारे सौर मंडल से होकर गुजरेगा। इस खगोलीय घटना का अध्ययन करने के लिए, नासा का मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर (MRO) अपनी शक्तिशाली HiRISE कैमरे का उपयोग करेगा। यह मिशन इस रहस्यमय खगोलीय पिंड की वास्तविक प्रकृति को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो ब्रह्मांड की विशालता में हमारे स्थान के बारे में हमारी समझ को गहरा करेगा।
1 जुलाई, 2025 को चिली में स्थित एटलस टेलीस्कोप सिस्टम द्वारा खोजा गया, 3I/ATLAS हमारे सौर मंडल में प्रवेश करने वाला तीसरा ज्ञात इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट है। इससे पहले, 2017 में 'ओउमुआमुआ (ʻOumuamua) और 2019 में धूमकेतु बोरिसोव (Comet Borisov) जैसे खगोलीय पिंडों ने हमारी आकाशगंगा के बाहर से अपनी यात्रा का प्रमाण दिया था। 3I/ATLAS का व्यास अनुमानित रूप से 320 मीटर से 5.6 किलोमीटर के बीच है। 21 जुलाई, 2025 को हबल स्पेस टेलीस्कोप द्वारा किए गए अवलोकनों से पता चला कि धूमकेतु के चारों ओर गैस और धूल का एक कोमा (coma) मौजूद है, लेकिन एक विशिष्ट धूमकेतु जैसी पूंछ का अभाव था। यह भी पाया गया है कि 3I/ATLAS जल वाष्प का उत्पादन कर रहा है, जिसकी दर लगभग 40 किलोग्राम प्रति सेकंड है।
3I/ATLAS की यात्रा इसे 3 अक्टूबर, 2025 को मंगल ग्रह के करीब लाएगी, जब यह लाल ग्रह से लगभग 28.96 मिलियन किलोमीटर की दूरी से गुजरेगा। यह निकटता मंगल की कक्षा से विस्तृत अध्ययन के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान करती है। पृथ्वी से अवलोकन इस समय सूर्य की चकाचौंध के कारण अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाएगा, इसलिए मंगल की कक्षा से प्राप्त डेटा अत्यंत मूल्यवान होगा। यह अवसर हमें न केवल धूमकेतु की संरचना और व्यवहार को समझने में मदद करेगा, बल्कि यह भी कि ऐसे इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट हमारे सौर मंडल के निर्माण खंडों से कैसे भिन्न हो सकते हैं।
वैज्ञानिक समुदाय इस दुर्लभ आगंतुक के बारे में और अधिक जानने के लिए उत्सुक है। खगोल भौतिकीविद् एवी लोएब (Avi Loeb) ने एक प्रस्ताव रखा है, जिसका कांग्रेस सदस्य अन्ना पाउलिना लूना (Anna Paulina Luna) ने समर्थन किया है, कि नासा के जूनो प्रोब (Juno probe) का उपयोग करके मार्च 2026 में बृहस्पति के पास से गुजरते समय 3I/ATLAS का अध्ययन किया जाए। यह प्रस्ताव, यदि स्वीकृत हो जाता है, तो जूनो मिशन को एक नया जीवन दे सकता है और हमें इस इंटरस्टेलर यात्री के बारे में अभूतपूर्व जानकारी प्रदान कर सकता है। यह प्रयास दर्शाता है कि कैसे विभिन्न अंतरिक्ष यान और वैज्ञानिक मिशन मिलकर ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने के लिए सहयोग कर सकते हैं, जो ज्ञान की खोज में हमारी सामूहिक यात्रा का प्रतीक है।