मध्य वियतनाम ने हाल ही में रिकॉर्ड तोड़ वर्षा के कारण एक अभूतपूर्व जल प्रलय का सामना किया है, जिसने प्राकृतिक संतुलन पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। 27 अक्टूबर 2025 को, ह्यू शहर में मात्र 24 घंटों की अवधि में 1,700 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो देश के पिछले सभी वर्षा तीव्रता मानकों को पार कर गई। इस असाधारण घटना ने चार केंद्रीय प्रांतों में व्यापक जलभराव किया, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम नौ लोगों की मृत्यु हुई और 8,600 से अधिक निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
इस आपदा ने दैनिक जीवन की लय को गंभीर रूप से बाधित किया है। उत्तरी हनोई को दक्षिणी हो ची मिन्ह सिटी से जोड़ने वाला महत्वपूर्ण रेल संपर्क पूरी तरह ठप हो गया है। इसके अतिरिक्त, लगभग 2,00,000 घरों में बिजली की आपूर्ति बाधित रही, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कृषि क्षेत्र को भी गहरा आघात लगा है, क्योंकि लगभग 2,200 हेक्टेयर फसलें जलमग्न हो गईं, जो स्थानीय आजीविका के लिए एक बड़ा झटका है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, 1,60,000 से अधिक सैन्य कर्मियों को खोज, बचाव और राहत कार्यों में लगाया गया है, जो सामूहिक प्रयास की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
विशेषज्ञों का मत है कि इस प्रकार की चरम मौसमी घटनाओं की बढ़ती आवृत्ति वैश्विक जलवायु परिवर्तन के व्यापक पैटर्न से जुड़ी हुई है। यह एक ऐसा संकेत है जो वर्तमान जीवनशैली और पर्यावरण के साथ हमारे संबंधों पर गहराई से विचार करने के लिए प्रेरित करता है। इस बीच, गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025 तक 600 मिलीमीटर तक अतिरिक्त वर्षा होने का पूर्वानुमान है, जिससे बचाव और राहत कार्यों में चुनौतियाँ बनी हुई हैं। यह स्थिति सिखाती है कि लचीलापन और दूरदर्शिता ही आगे बढ़ने का मार्ग है।
वियतनाम में बाढ़ एक आवर्ती चुनौती है, खासकर मानसून के दौरान, और देश के कई हिस्से जोखिम वाले क्षेत्रों में आते हैं। हाल ही में तूफान मात्मो ने थाई न्गुयेन प्रांत में लगभग 2 लाख घरों को डुबो दिया था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ये घटनाएँ एक पैटर्न का हिस्सा हैं। होइ एन जैसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी जलमग्न हो गए, जहाँ निवासियों और पर्यटकों को नावों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। ऐसी स्थितियों में, बुनियादी ढांचे के चरमराने पर आपसी सहयोग और समर्थन की भावना ही स्थायी मूल्य रखती है, जो वर्तमान क्षण की मांग है।
