अटलांटिक महासागर में तूफ़ान हम्बर्टो श्रेणी 1 का तूफ़ान बनकर तेज़ी से शक्तिशाली हो रहा है। 25 सितंबर, 2025 तक, यह मियामी से लगभग 1,100 मील पूर्व-दक्षिण-पूर्व में स्थित था। राष्ट्रीय तूफ़ान केंद्र के अनुसार, हम्बर्टो के 28 सितंबर तक एक प्रमुख तूफ़ान में बदलने की उम्मीद है।
यह तूफ़ान इस सीज़न का तीसरा तूफ़ान है, और यह एक दुर्लभ घटना है जो 90 वर्षों में पहली बार देखी जा रही है, जब किसी सीज़न के पहले तीन तूफ़ान श्रेणी 3 या उससे अधिक शक्तिशाली हुए हों। ऐसा आखिरी बार 1935 में हुआ था। कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के तूफ़ान शोधकर्ता फिल क्लोट्ज़बैक और राष्ट्रीय तूफ़ान केंद्र के निदेशक माइकल ब्रेनन जैसे विशेषज्ञ इस स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं।
हालांकि वर्तमान अनुमानों के अनुसार, हम्बर्टो सीधे तौर पर ज़मीन को प्रभावित नहीं करेगा और समुद्र में ही रहेगा, लेकिन इसकी राह अटलांटिक शिपिंग लेन के लिए चिंता का विषय बन सकती है। तूफ़ान के बढ़ते प्रभाव से समुद्री यातायात और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। नाविकों और तटीय समुदायों को सलाह दी जाती है कि वे तूफ़ान की प्रगति पर कड़ी नज़र रखें और आधिकारिक सूचनाओं से अवगत रहें।
इसके साथ ही, कैरिबियन सागर में एक अन्य मौसम प्रणाली विकसित हो रही है, जिसके सप्ताहांत तक ट्रॉपिकल स्टॉर्म इमल्डा बनने की उम्मीद है। इन दोनों प्रणालियों का आपस में और अन्य क्षेत्रीय मौसम प्रणालियों के साथ तालमेल, पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका के तट, बहामास और बरमूडा पर पड़ने वाले प्रभावों को निर्धारित करेगा। यह स्थिति उन लोगों के लिए एक अनुस्मारक है जो समुद्री मार्गों पर निर्भर हैं या तटीय क्षेत्रों में रहते हैं, कि प्राकृतिक शक्तियों के प्रति जागरूकता और तैयारी कितनी महत्वपूर्ण है।