एक अभूतपूर्व अध्ययन, जो नेचर पत्रिका में सितंबर 2025 में प्रकाशित हुआ है, ने ग्रीस के सैंटोरिनी द्वीप के नीचे मैग्मा के ऊपर उठने और हाल ही में अनुभव की गई भूकंपीय गतिविधि के बीच एक सीधा संबंध स्थापित किया है। यह शोध, जो 2025 की शुरुआत में इस क्षेत्र में आई हजारों भूकंपीय घटनाओं के कारणों पर प्रकाश डालता है, बताता है कि द्वीप के पूर्व में समुद्र तल के नीचे मैग्मा का प्रवेश ही इन कंपनों का मूल कारण था। इस गहन अध्ययन में उप-समुद्री सीस्मोग्राफ, भूवैज्ञानिक और भू-रासायनिक विश्लेषणों के साथ-साथ मैग्मा प्रवासन मॉडल से प्राप्त डेटा को एकीकृत किया गया है। शोधकर्ताओं ने पाया कि लगभग 0.31 घन किलोमीटर मैग्मा एक 13 किलोमीटर लंबी दरार में प्रवेश कर गया। इस प्रक्रिया ने पुरानी फॉल्ट लाइनों को फिर से सक्रिय कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप हजारों भूकंपीय झटके और ज्वालामुखी कंपन उत्पन्न हुए।
इस शोध में योगदान देने वाली ईकेपीए (EKPA) में भूविज्ञान और पर्यावरण की प्रोफेसर, परस्केवी नोमिकौ (Paraskevi Nomikou) ने मार्च 2025 में हुई इस घटना को "सबसे महत्वपूर्ण समुद्री खोजों में से एक" बताया। उन्होंने ज्वालामुखी गतिविधि की निरंतर निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया, यह कहते हुए कि "ज्वालामुखी हमें चेतावनी दे रहे हैं" और "हम निश्चित रूप से जान सकते हैं कि ज्वालामुखी कब फटने वाला है"। यह शोध ज्वालामुखी की गतिशीलता को समझने में महत्वपूर्ण योगदान देता है और भविष्य में संभावित ज्वालामुखी घटनाओं के लिए निरंतर निगरानी और तैयारी की अनिवार्यता को रेखांकित करता है।
यह अध्ययन इस बात पर भी प्रकाश डालता है कि कैसे पृथ्वी की सतह के नीचे की हलचलें, जैसे कि मैग्मा का खिसकना, सीधे तौर पर हमारे द्वारा अनुभव किए जाने वाले भूकंपीय घटनाओं को प्रभावित कर सकती हैं। यह समझ हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अधिक तैयार रहने और उनके प्रभावों को कम करने में मदद कर सकती है। अतिरिक्त शोध से पता चलता है कि सैंटोरिनी क्षेत्र में 2024 के अंत से ही भूकंपीय गतिविधि बढ़ रही थी, जो पहले ग्रीष्मकाल 2024 में द्वीप के नीचे शुरू हुई थी। जनवरी 2025 तक, यह गतिविधि कोलंबी ज्वालामुखी के नीचे लगभग 20 किमी की गहराई पर दिखाई दी, और फिर उत्तर-पूर्व की ओर और अधिक उथले स्तरों पर स्थानांतरित हो गई।
यह पैटर्न मैग्मा के ऊपर की ओर बढ़ने या डाइक इंजेक्शन का संकेत देता है, जो ज्वालामुखी और टेक्टोनिक प्रक्रियाओं के बीच एक जटिल अंतःक्रिया को दर्शाता है। इस प्रकार की अंतःक्रियाएं, जहां मैग्मा का प्रवाह फॉल्ट लाइनों को सक्रिय करता है, सैंटोरिनी जैसे क्षेत्रों में भूकंपीय गतिविधि के लिए एक महत्वपूर्ण कारक हो सकती हैं। यह अध्ययन, जो सितंबर 2025 में नेचर में प्रकाशित हुआ, इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे लगभग 0.31 घन किलोमीटर मैग्मा एक 13 किलोमीटर लंबी दरार में प्रवेश कर गया, जिससे पुरानी फॉल्ट लाइनें फिर से सक्रिय हो गईं और हजारों भूकंपीय झटके उत्पन्न हुए।