पेरू के सबनकया ज्वालामुखी में हाल ही में बढ़ी हुई विस्फोटक गतिविधि के कारण इसे नारंगी अलर्ट स्तर पर रखा गया है। 13 सितंबर, 2025 को, इस ज्वालामुखी से 5,000 मीटर से अधिक ऊँचाई का एक प्लम देखा गया, जिसके साथ ही विस्फोट, राख का फैलाव और पाइरोक्लास्टिक प्रवाह भी हुए। इस घटना के कारण पेरू के भूभौतिकीय संस्थान (IGP) ने अलर्ट स्तर को पीले से बढ़ाकर नारंगी कर दिया है और आसपास के क्षेत्रों के लिए राख फैलाव की चेतावनी जारी की है।
सबनकया ज्वालामुखी, जो पेरू के एंडीज पर्वत श्रृंखला का हिस्सा है, ऐतिहासिक काल से ही सक्रिय रहा है। 1750 ईस्वी से इसके विस्फोटों का रिकॉर्ड है, और यह 1986 से लगातार सक्रिय है, जिसमें 1990-1998 का विस्फोट सबसे महत्वपूर्ण था। हाल के वर्षों में, 2016 से इसकी गतिविधि जारी है, जिसमें दैनिक विस्फोट, गैस और राख के प्लम शामिल हैं। नेशनल वोल्केनोलॉजिकल सेंटर ऑफ पेरू (Cenvul) ने आसपास के जिलों के लिए एक राख फैलाव चेतावनी जारी की है, जो वायु गुणवत्ता और दैनिक जीवन पर संभावित प्रभावों के बारे में सूचित करती है।
नारंगी अलर्ट का मतलब है कि ज्वालामुखी की गतिविधि में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसमें भूकंपीय गतिविधि में तेज़ी, लगातार विस्फोट और काफी ऊँचाई तक पहुँचने वाली राख का उत्सर्जन शामिल है। सबनकया ज्वालामुखी की वर्तमान गतिविधि, जिसमें सल्फर डाइऑक्साइड का उत्सर्जन भी शामिल है, पेरू के भूभौतिकीय संस्थान (IGP) द्वारा बारीकी से निगरानी की जा रही है। IGP ने जनता को क्रेटर से 12 किलोमीटर के दायरे से दूर रहने की सलाह दी है।
सबनकया ज्वालामुखी की यह बढ़ती गतिविधि प्रकृति की अप्रत्याशित शक्तियों का एक अनुस्मारक है। पेरू का राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा संस्थान (INDECI) और राष्ट्रीय आपदा जोखिम अनुमान, रोकथाम और न्यूनीकरण केंद्र (CENEPRED) जैसी संस्थाएं इस स्थिति की निगरानी और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। सबनकया का नाम, जिसका अर्थ है "आग की जीभ", पहली बार 1595 ईस्वी के रिकॉर्ड में दिखाई दिया, जो उस तारीख से पहले की गतिविधि का संकेत देता है।