नेपाल में मानसून की गतिविधियां तेज हो गई हैं। मौसम विभाग ने सोमवार, 11 अगस्त 2025 को देश के कई पहाड़ी क्षेत्रों और तराई के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। विशेष रूप से कोशी, बागमती, गण्डकी, लुम्बिनी और सुदूरपश्चिम प्रांतों के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। मानसून का निम्न दबाव क्षेत्र नेपाल के तराई क्षेत्र में अपनी औसत स्थिति पर बना हुआ है, जो सक्रिय मौसम पैटर्न में योगदान दे रहा है। आज रात, कोशी प्रांत और मधेस, लुम्बिनी और सुदूरपश्चिम प्रांतों के तराई क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना है। काठमांडू घाटी में आज दोपहर से आसमान में बादल छाए रहने और बारिश होने की उम्मीद है, जहां अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। दोपहर और शाम दोनों समय वर्षा की संभावना 60% है, और आज रात न्यूनतम तापमान लगभग 22 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
यह बढ़ी हुई मानसून गतिविधि देश के कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, जो नेपाल की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा है। पिछले वर्षों में, अच्छे मानसून ने धान की पैदावार में वृद्धि की है, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला है। हालांकि, अत्यधिक वर्षा से बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। पिछले साल, भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन ने अर्थव्यवस्था को लगभग 17 अरब रुपये का नुकसान पहुंचाया था, जिसमें कृषि क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ था। सरकार ने मानसून की तैयारियों और प्रतिक्रिया के लिए एक राष्ट्रीय कार्य योजना तैयार की है, जिसमें समुदायों को बाढ़ और भूस्खलन के जोखिमों के बारे में जागरूक करना, निकासी प्रक्रियाओं को प्रशिक्षित करना और खोज और बचाव कार्यों के लिए स्वयंसेवकों को तैयार करना शामिल है। नेपाल रेड क्रॉस सोसाइटी जैसी संस्थाएं भी सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। मौसम विभाग ने इस साल सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान लगाया है, जिससे चरम मौसम की घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। यह स्थिति जलवायु परिवर्तन के व्यापक संदर्भ में देखी जा रही है, जहां नेपाल दुनिया के सबसे अधिक जलवायु-संवेदनशील देशों में से एक है।