रूस के कामचटका प्रायद्वीप पर स्थित क्राशेनिन्निकोव ज्वालामुखी ने 600 वर्षों में पहली बार विस्फोट किया है। यह घटना 3 अगस्त 2025 को हुई, जब ज्वालामुखी से 5-6 किलोमीटर ऊंची राख की लकीर आसमान में उठी।
इस विस्फोट के बाद, कामचटका क्षेत्र में एक शक्तिशाली 8.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधि में वृद्धि हुई। हालांकि, ज्वालामुखी के विस्फोट और भूकंप के बीच सीधे संबंध की पुष्टि नहीं की गई है।
रूसी आपातकालीन मंत्रालय ने ज्वालामुखी के आसपास के क्षेत्र के लिए "ऑरेंज" विमानन खतरे का कोड जारी किया है, जिससे हवाई यात्रा पर संभावित प्रभाव की चेतावनी दी गई है। मंत्रालय ने निवासियों को ज्वालामुखी के निकटवर्ती क्षेत्रों से बचने की सलाह दी है।
कामचटका क्षेत्र में ज्वालामुखी गतिविधि की निरंतर निगरानी की जा रही है, और विशेषज्ञ भविष्य में संभावित विस्फोटों के लिए तैयार रहने की सलाह दे रहे हैं।