शनि के बर्फीले चंद्रमा एन्सेलेडस से निकलने वाले बर्फीले कणों में जटिल कार्बनिक अणुओं की खोज ने इस बात की संभावना को और मजबूत कर दिया है कि यह सुदूर दुनिया अलौकिक जीवन का समर्थन कर सकती है। 1 अक्टूबर, 2023 को प्रकाशित एक नए अध्ययन में कैसिनी मिशन के डेटा का विश्लेषण किया गया है, जिसमें 2008 में एन्सेलेडस के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित गीजर से निकले बर्फ के कणों की जांच की गई है। इन कणों में अमीनो एसिड के अग्रदूतों सहित जटिल कार्बनिक अणुओं की उपस्थिति की पुष्टि हुई है, जो जीवन के निर्माण खंड माने जाते हैं।
यह खोज विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दर्शाती है कि ये अणु केवल अंतरिक्ष विकिरण के लंबे समय तक संपर्क में रहने का परिणाम नहीं हैं, बल्कि एन्सेलेडस के उपसतह महासागर में ही मौजूद हैं। अध्ययन के सह-लेखक डॉ. फ्रैंक पोस्टबर्ग के अनुसार, ये अणु सीधे एन्सेलेडस के महासागर से आते हैं, न कि केवल अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के कारण बने हैं। यह निष्कर्ष एन्सेलेडस को सौर मंडल में जीवन की खोज के लिए एक प्रमुख लक्ष्य के रूप में स्थापित करता है।
एन्सेलेडस, जिसका व्यास लगभग 500 किलोमीटर है, को पहले जीवन के लिए बहुत ठंडा माना जाता था। हालांकि, कैसिनी मिशन ने 2004 से 2017 तक इसके बर्फीले खोल के नीचे एक विशाल खारे पानी के महासागर की खोज की। इस महासागर से निकलने वाले गीजर, जो दक्षिणी ध्रुव पर 'टाइगर स्ट्राइप्स' नामक दरारों से निकलते हैं, अंतरिक्ष में जल वाष्प और बर्फ के कणों को फेंकते हैं। इन कणों का विश्लेषण, विशेष रूप से 2008 में कैसिनी द्वारा सीधे गीजर से एकत्र किए गए ताज़ा नमूनों का, जटिल कार्बनिक अणुओं की उपस्थिति की पुष्टि करता है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) एन्सेलेडस में भविष्य के मिशनों में गहरी रुचि ले रही है। ईएसए एक ऑर्बिटर-लैंडर मिशन की योजना बना रहा है जो एन्सेलेडस के गीजर से नमूने एकत्र करेगा और जीवन के संकेतों की खोज करेगा। एन्सेलेडस के महासागर की रहने की क्षमता का और अधिक पता लगाने में मदद करेगा। खगोल रसायनज्ञ डॉ. कैरोलिन फ्रीसिनेट ने इस बात पर जोर दिया है कि नई प्रौद्योगिकियां, जैसे कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता, पुराने डेटा का पुन: विश्लेषण करने और नई अंतर्दृष्टि प्राप्त करने में मदद करती हैं।
यह खोज कि एन्सेलेडस के महासागर में जीवन के लिए आवश्यक जटिल कार्बनिक अणु मौजूद हैं, इस संभावना को बढ़ाती है कि हम ब्रह्मांड में अकेले नहीं हो सकते हैं। यह आगे के शोध और भविष्य के मिशनों के लिए एक रोमांचक अवसर प्रस्तुत करता है जो इस बर्फीले चंद्रमा के रहस्यों को उजागर कर सकते हैं।
"ये परिणाम रहने की क्षमता की संभावना को और बढ़ाते हैं," अध्ययन के प्रमुख लेखक नोज़ायर ख्वाजा ने कहा, "और एक नए मिशन की आवश्यकता को पुष्ट करते हैं।" उन्होंने आगे कहा: "हमें विश्वास है कि ये अणु एन्सेलेडस के उपसतह महासागर से आते हैं, जो इसकी रहने की क्षमता को बढ़ाता है।"