9 सितंबर, 2025 को अमेरिकी कांग्रेस में एक अभूतपूर्व सुनवाई के दौरान, प्रतिनिधि एरिक बर्लसन ने एक वीडियो जारी किया जिसमें एक अमेरिकी हेलफायर मिसाइल एक तेज गति वाली, अज्ञात वस्तु से टकराती हुई दिखाई देती है, लेकिन वह वस्तु बिना किसी रुकावट के अपनी यात्रा जारी रखती है। यह घटना 30 अक्टूबर, 2024 को यमन के तट के पास हुई थी और इसे MQ-9 रीपर ड्रोन द्वारा रिकॉर्ड किया गया था।
इस सुनवाई का मुख्य उद्देश्य अज्ञात असामान्य घटनाओं (UAP) पर अमेरिकी सरकार की पारदर्शिता और व्हिसलब्लोअर सुरक्षा पर चर्चा करना था। बर्लसन ने इस फुटेज को पहली बार सार्वजनिक किया और कहा कि वे इस पर कोई अटकलें नहीं लगाएंगे, लेकिन उन्होंने इस जानकारी तक पहुंच को अवरुद्ध किए जाने पर सवाल उठाया। वीडियो में, एक MQ-9 रीपर ड्रोन एक तेज गति वाली वस्तु को ट्रैक करता है और फिर एक हेलफायर मिसाइल लॉन्च करता है। मिसाइल के वस्तु से टकराने के बाद भी, वस्तु उड़ती रहती है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह किसी ज्ञात सैन्य तकनीक से परे है।
पत्रकार जॉर्ज नैप, जिन्होंने सुनवाई में गवाही दी, ने कहा कि मिसाइल वस्तु से टकराकर "बस उछल गई" और वस्तु आगे बढ़ती रही। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जनता को ऐसी फुटेज देखने का अधिकार है। यह घटना उस समय हुई जब अमेरिकी नौसेना यमन के तट के पास अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों की सुरक्षा और हौथी विद्रोहियों द्वारा लॉन्च किए गए मिसाइलों और ड्रोन को रोकने के लिए सक्रिय रूप से तैनात थी। इस क्षेत्र में ऑपरेशन रफ राइडर भी चल रहा था, जो हौथी ठिकानों पर अमेरिकी हवाई और नौसैनिक हमलों का एक अभियान था।
रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने इस वीडियो पर अतिरिक्त जानकारी देने से इनकार कर दिया, जिससे इस घटना के आसपास अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। पेंटागन का ऑल-डोमेन एनोमली रेजोल्यूशन ऑफिस (AARO) लगातार UAP रिपोर्टों की जांच कर रहा है, लेकिन अब तक किसी भी घटना के अलौकिक मूल का कोई सबूत नहीं मिला है। हालांकि, इस तरह की घटनाओं का सार्वजनिक होना पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो इन रहस्यमयी घटनाओं की प्रकृति को समझने के प्रयासों को बल देता है।