रियो डी जनेरियो बॉटनिकल गार्डन ने "मोना कैगास - फ्लोरा का सचित्र मार्गदर्शिका" नामक एक नई पुस्तक का विमोचन किया है। यह प्रकाशन कैगास द्वीप समूह प्राकृतिक स्मारक (MoNa Cagarras) में पाए जाने वाले अटलांटिक वन की 15 देशी प्रजातियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। यह मार्गदर्शिका शोधकर्ताओं लुइज़ बेरी और मास्सिमो बोविनी द्वारा तैयार की गई है, जिसमें आम जनता के लिए सुलभ भाषा में विस्तृत वानस्पतिक चित्र और विवरण शामिल हैं।
इस मार्गदर्शिका में विशेष रूप से उन प्रजातियों पर प्रकाश डाला गया है जो क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि अल्केन्टेरिया ग्लाज़ियाउआना (Alcantarea glaziouana), जो दुनिया की सबसे बड़ी ब्रोमेलियाड में से एक है और इस क्षेत्र के लिए स्थानिक है। यह प्रजाति अपनी विशालता और विशिष्ट रूप के लिए जानी जाती है, जो अक्सर चट्टानी किनारों पर उगती है और 3-5 साल में फूल देती है, जिसका फूल डंठल 2 मीटर तक ऊंचा हो सकता है। एक अन्य महत्वपूर्ण प्रजाति नियोरेगेलिया क्रुएंटा (Neoregelia cruenta) है, जो पानी के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह प्रजाति अपने रंग बदलने वाले पत्तों के लिए जानी जाती है, जो प्रकाश के आधार पर चमकीले चार्टरूस से पीले रंग में बदल जाते हैं, और खिलने पर लाल रंग के हो जाते हैं।
कैगास द्वीप समूह प्राकृतिक स्मारक, जिसे 2010 में स्थापित किया गया था, कई द्वीपों और समुद्री क्षेत्रों को शामिल करता है, जो अटलांटिक वन पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करता है। इस क्षेत्र में 171 से अधिक प्रजातियों की पहचान की गई है, जिनमें से छह विलुप्तप्राय हैं, जिनमें अल्केन्टेरिया ग्लाज़ियाउआना भी शामिल है, जिसे 'खतरे में' (EN) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह स्मारक इपनेमा बीच से केवल 5 किलोमीटर दूर स्थित है और जल क्रीड़ा, लंबी पैदल यात्रा और नौकायन पर्यटन के लिए एक लोकप्रिय क्षेत्र है।
बॉटनिकल गार्डन में एक इंटरैक्टिव प्रदर्शनी भी चल रही है, जो 1 दिसंबर, 2025 तक खुली रहेगी। यह प्रदर्शनी द्वीपों की जैव विविधता और हाल की वैज्ञानिक खोजों को प्रदर्शित करती है, जिससे आगंतुकों को इस अनूठे पारिस्थितिकी तंत्र की गहराई से जानकारी मिलती है। यह पहल न केवल इन लुप्तप्राय प्रजातियों के बारे में जागरूकता बढ़ाती है, बल्कि संरक्षण प्रयासों के महत्व पर भी जोर देती है, यह सुनिश्चित करते हुए कि ये प्राकृतिक रत्न आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रहें। यह प्रयास इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे स्थानीय समुदाय और वैज्ञानिक मिलकर प्रकृति के संरक्षण और समझ को बढ़ावा दे सकते हैं।