सऊदी अरब के अल-क़ुरैनाह शहर में पुरातत्वविदों ने 50,000 साल से भी अधिक पुराने पत्थर के औजार और मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े खोजे हैं। सऊदी हेरिटेज कमीशन ने 10 अगस्त, 2025 को इस महत्वपूर्ण खोज की घोषणा की, जो प्रारंभिक मानव इतिहास में सऊदी अरब की भूमिका को और मजबूत करती है। यह खुदाई अल-यमामाह पुरातत्व परियोजना का हिस्सा है, जो सितंबर 2024 में शुरू हुई थी और 2028 तक जारी रहेगी। इस परियोजना का उद्देश्य उन्नत सर्वेक्षण विधियों का उपयोग करके पहले से अनजाने स्थलों का व्यवस्थित रूप से दस्तावेजीकरण और अध्ययन करना है, ताकि मध्य अरब में सदियों से मानव बस्तियों के पैटर्न और सांस्कृतिक गहराई को उजागर किया जा सके।
खुदाई में प्रागैतिहासिक औजारों और मिट्टी के बर्तनों के अलावा, तीसरी और दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व के माने जाने वाले गोलाकार पत्थर की संरचनाएं भी मिली हैं, जिन्हें मकबरे समझा जाता है। एक प्राचीन सड़क भी खोजी गई है जो घाटी के तल को पठार से जोड़ती है और आधुनिक-दिन रियाद की ओर जाती है, जो इस क्षेत्र में लंबे समय से चली आ रही बस्ती और अनुष्ठानिक गतिविधि का संकेत देती है। हेरिटेज कमीशन ने इस बात पर जोर दिया कि ये निष्कर्ष इस क्षेत्र की सभ्यताओं के चौराहे के रूप में ऐतिहासिक स्थिति को रेखांकित करते हैं, जिससे सऊदी अरब को दुनिया के सबसे विविध और प्राचीन सांस्कृतिक परिदृश्यों में से एक के रूप में समझने में मदद मिलती है। यह खोज मानव प्रवास के व्यापक संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है, जो अरब प्रायद्वीप को प्रारंभिक मानव यात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में दर्शाती है।