चीन के जियांगमेन शहर के नीचे 700 मीटर की गहराई में स्थित जियांगमेन अंडरग्राउंड न्यूट्रिनो ऑब्जर्वेटरी (JUNO) ने 26 अगस्त 2025 को आधिकारिक तौर पर अपना संचालन शुरू कर दिया है। यह अत्याधुनिक सुविधा न्यूट्रिनो का पता लगाने के लिए समर्पित है, जो ब्रह्मांड के सबसे रहस्यमय कणों में से एक हैं। इन कणों का अध्ययन ब्रह्मांड की उत्पत्ति, सुपरनोवा विस्फोटों के तंत्र और मौलिक भौतिकी के अनसुलझे रहस्यों को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।
न्यूट्रिनो, जिन्हें अक्सर 'भूत कण' कहा जाता है, अविश्वसनीय रूप से हल्के होते हैं और पदार्थ के साथ बहुत कम संपर्क करते हैं, जिससे उनका पता लगाना अत्यंत कठिन हो जाता है। 2015 में, न्यूट्रिनो के दोलन (एक प्रकार से दूसरे प्रकार में बदलने की क्षमता) की खोज के लिए भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जिसने यह साबित कर दिया कि इन कणों का द्रव्यमान होता है। यह खोज न्यूट्रिनो भौतिकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी और इसने भविष्य के प्रयोगों के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जिसमें JUNO सबसे उन्नत है।
JUNO का मुख्य वैज्ञानिक उद्देश्य न्यूट्रिनो द्रव्यमान पदानुक्रम (mass hierarchy) और दोलन मापदंडों (oscillation parameters) को सटीक रूप से मापना है। यह जानकारी ब्रह्मांड के विकास को समझने, सुपरनोवा विस्फोटों के दौरान होने वाली जटिल प्रक्रियाओं को सुलझाने और संभवतः मानक मॉडल (Standard Model) से परे नई भौतिकी की खोज करने में मदद करेगी। यह वेधशाला सूर्य, सुपरनोवा, पृथ्वी की प्राकृतिक रेडियोधर्मिता और पास के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से उत्पन्न होने वाले न्यूट्रिनो का अध्ययन करेगी।
इस विशाल परियोजना में 20,000 टन तरल सिंटिलेटर (liquid scintillator) से भरा एक विशाल 35 मीटर व्यास का ऐक्रेलिक गोला (acrylic sphere) शामिल है, जो 12 मंजिला पानी के टैंक में डूबा हुआ है। यह अनूठा डिज़ाइन बाहरी हस्तक्षेपों को कम करने और न्यूट्रिनो के अत्यंत कमजोर संकेतों को पकड़ने के लिए अनुकूलित है। इस सुविधा को 45,000 से अधिक प्रकाश-संवेदनशील फोटोमल्टीप्लायर ट्यूबों (photomultiplier tubes) से सुसज्जित किया गया है, जो न्यूट्रिनो के टकराने पर उत्पन्न होने वाली हल्की चमक का पता लगाते हैं।
लगभग 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के निवेश और एक दशक से अधिक के निर्माण के साथ, JUNO एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय सहयोग का परिणाम है। इसमें 17 देशों और क्षेत्रों के 74 शोध संस्थानों के 750 वैज्ञानिक शामिल हैं। यह विशाल परियोजना चीन के मौलिक अनुसंधान में बढ़ते निवेश और वैश्विक वैज्ञानिक सहयोग के महत्व को दर्शाती है। JUNO की लागत अमेरिका और जापान में इसी तरह की परियोजनाओं की तुलना में काफी कम है, जो इसे एक किफायती लेकिन अत्यधिक प्रभावी सुविधा बनाती है।
JUNO को कम से कम 30 वर्षों तक संचालित करने की उम्मीद है, और यह कण भौतिकी के सबसे बड़े रहस्यों में से कुछ को सुलझाने की क्षमता रखता है। इस वेधशाला से प्राप्त होने वाले निष्कर्षों से ब्रह्मांड की संरचना और मौलिक कणों की प्रकृति के बारे में हमारी समझ में क्रांति आने की उम्मीद है, जो संभावित रूप से नोबेल पुरस्कार के योग्य सफलताओं की ओर ले जा सकती हैं। यह प्रयास मानव की जिज्ञासा और ज्ञान की खोज में सहयोग की शक्ति का एक प्रमाण है, जो हमें ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने के लिए प्रेरित करता है।