डिजिटल भुगतान में अग्रणी पेपाल ने अपने पीयर-टू-पीयर (P2P) भुगतान सिस्टम में महत्वपूर्ण विस्तार की घोषणा की है। अब अमेरिकी उपयोगकर्ता सीधे ऐप के भीतर बिटकॉइन (BTC), एथेरियम (ETH), और पेपाल यूएसडी (PYUSD) जैसी क्रिप्टोकरेंसी भेज और प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही, पेपाल ने 'पेपाल लिंक्स' नामक एक नया टूल भी पेश किया है, जो उपयोगकर्ताओं को व्यक्तिगत, एक-बार उपयोग होने वाले भुगतान लिंक बनाने की सुविधा देता है। यह कदम डिजिटल संपत्तियों को रोजमर्रा के लेनदेन के लिए अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो डिजिटल मुद्राओं और पारंपरिक खुदरा के बीच की खाई को पाटता है।
पेपाल लिंक्स उपयोगकर्ताओं को एक विशिष्ट लेनदेन के लिए एक अनूठा, निजी भुगतान लिंक बनाने की अनुमति देता है, जिसमें वैकल्पिक नोट्स या इमोजी भी जोड़े जा सकते हैं। इस लिंक को टेक्स्ट, ईमेल या किसी भी मैसेजिंग ऐप के माध्यम से साझा किया जा सकता है। प्राप्तकर्ता को भुगतान विवरण दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती, और वे सीधे ऐप में लिंक पर टैप करके भुगतान पूरा कर सकते हैं। सुरक्षा के लिए, ये लिंक एक निश्चित समय के बाद समाप्त हो जाते हैं यदि उन्हें स्वीकार नहीं किया जाता है, और प्रेषक उन्हें कभी भी रद्द कर सकते हैं। यह सुविधा लेनदेन को सुगम बनाने के साथ-साथ गलतियों को भी कम करती है, जिससे यह दोस्तों और परिवार के बीच पैसे भेजने या प्राप्त करने का एक सरल तरीका बन जाता है। व्यक्तिगत हस्तांतरण के लिए, ये लिंक 1099-K रिपोर्टिंग से मुक्त हैं, जिससे व्यक्तिगत भुगतान निजी रहते हैं, हालांकि पूंजीगत लाभ पर कर नियम लागू होते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के एकीकरण के साथ, पेपाल उपयोगकर्ताओं को बिटकॉइन, एथेरियम और अपने स्वयं के स्टेबलकॉइन, PYUSD को सीधे अपने पेपाल या वेन्मो खातों में भेजने की सुविधा देता है, साथ ही दुनिया भर के अन्य डिजिटल वॉलेट में भी भेज सकता है। पेपाल के उपभोक्ता समूह के महाप्रबंधक डिएगो स्कॉटी के अनुसार, यह कदम पैसे के आवागमन को निर्बाध बनाने की कंपनी के 25 साल के मिशन में एक बड़ा कदम है। यह विकास वैश्विक पी2पी भुगतान बाजार के बढ़ते महत्व को भी रेखांकित करता है, जो तेजी से बढ़ रहा है। पेपाल, अपने 434 मिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं के साथ, इस बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी है।
भारत के संदर्भ में, पेपाल ने देश में क्रॉस-बॉर्डर भुगतान के लिए लाइसेंस प्राप्त करने में रुचि दिखाई है, और उसे निर्यातकों के लिए एक लाइसेंस के लिए सैद्धांतिक मंजूरी भी मिली है। हालांकि, भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सतर्क रुख अपनाए हुए है और व्यापक क्रिप्टो नियमों से बच रही है, आंशिक निरीक्षण बनाए रखने का विकल्प चुन रही है, क्योंकि उसे प्रणालीगत जोखिमों की चिंता है। नियामक अनिश्चितता ने भारत में स्थानीय बुनियादी ढांचे के विकास को धीमा कर दिया है, भले ही देश में क्रिप्टो को अपनाने की दरें ऊंची हों। वर्तमान में, पेपाल का क्रिप्टो उत्पाद भारत में उपलब्ध नहीं है, जिसका एक कारण देश की नियामक चुनौतियां हैं।
16 सितंबर, 2025 को बिटकॉइन की कीमत $117,033.00 थी, जो 1.19% बढ़ी थी। एथेरियम $4,522.78 पर था, जिसमें 0.52% की वृद्धि देखी गई, और पेपाल यूएसडी $0.999873 पर था, जिसमें 0.003% की मामूली वृद्धि हुई। ये आंकड़े डिजिटल संपत्तियों के बढ़ते महत्व और पेपाल जैसे प्लेटफार्मों द्वारा उनके एकीकरण के बढ़ते चलन को दर्शाते हैं।