कज़ाख़स्तान के नियामक प्राधिकरणों ने देश के वित्तीय क्षेत्र की शुद्धि के लिए एक व्यापक अभियान चलाया है, जिसका मुख्य लक्ष्य अवैध क्रिप्टोकरेंसी गतिविधियों पर सख्ती से नियंत्रण करना है। इस कार्रवाई के तहत, 130 ऐसे क्रिप्टो एक्सचेंजों पर ताला लगा दिया गया जो बिना किसी आधिकारिक अनुमति के संचालित हो रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप 16.7 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य की डिजिटल संपत्ति जब्त की गई। यह कदम देश की वित्तीय अखंडता को बनाए रखने और मनी लॉन्ड्रिंग तथा वित्तीय धोखाधड़ी के नेटवर्क को तोड़ने की सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह कार्रवाई केवल क्रिप्टो प्लेटफॉर्म तक ही सीमित नहीं रही; अधिकारियों ने 81 गुप्त कैश-आउट समूहों का भी भंडाफोड़ किया, जिनका वर्ष 2024 में कुल कारोबार 24 बिलियन कज़ाख़स्तानी तेंगे (लगभग 43 मिलियन अमेरिकी डॉलर) दर्ज किया गया था। इसके समानांतर, वित्तीय निगरानी एजेंसी (AFM) के उप प्रमुख कैरात बिज़ानोव ने एटीएम से नकदी निकासी को एक बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में निकासी में एक ट्रिलियन तेंगे की वृद्धि हुई है, जो कुल 13.2 ट्रिलियन तेंगे ($24.1 बिलियन) तक पहुँच गई है। यह वृद्धि मुख्य रूप से उन बैंक कार्डों के माध्यम से हुई जो नाममात्र के मालिकों को जारी किए गए थे, जिससे गुमनाम लेनदेन संभव हो रहे थे।
इस प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए, कज़ाख़स्तान ने पारदर्शिता बढ़ाने हेतु नए नियम लागू किए हैं। अब 500,000 KZT (लगभग $913) से अधिक के कार्ड टॉप-अप के लिए व्यक्तिगत पहचान संख्या (IIN) दर्ज करना और मोबाइल पुष्टि आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, 1 जनवरी से बैंकों के लिए एटीएम की कैमरा फुटेज 180 दिनों तक बनाए रखना अनिवार्य हो गया है। भविष्य में, सभी नकद लेनदेन पर चेहरे और फिंगरप्रिंट पहचान जैसे बायोमेट्रिक सत्यापन का विस्तार करने की योजना है। यह सख्त निगरानी उन 3,600 शेल कंपनियों के पंजीकरण को रद्द करने के बाद आई है, जिनका पिछले तीन वर्षों में 280 बिलियन KZT ($511 मिलियन) की धोखाधड़ी वाली 30,000 लेनदेन से संबंध था।
इस नियामक सख्ती के साथ-साथ, कज़ाख़स्तान डिजिटल अर्थव्यवस्था में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है। 30 सितंबर, 2025 को, देश ने अपना पहला राज्य-समर्थित क्रिप्टो फंड, 'एलेम क्रिप्टो फंड' लॉन्च किया, जिसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल विकास मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया है। यह फंड दीर्घकालिक डिजिटल संपत्ति निवेश और रणनीतिक राष्ट्रीय भंडार के निर्माण के उद्देश्य से काम करेगा। इस पहल में एक महत्वपूर्ण साझेदारी के तहत, फंड ने बिनेंस कज़ाख़स्तान के साथ मिलकर अपना पहला निवेश BNB टोकन में किया है। यह फंड Qazaqstan Venture Group द्वारा AIFC के तहत प्रबंधित किया जाता है और इसका उद्देश्य वैश्विक क्रिप्टो फर्मों को आकर्षित करने के लिए कानूनी निश्चितता प्रदान करना है। विश्लेषकों का मानना है कि यह दोहरी रणनीति—अवैधता को हटाना और संस्थागत नवाचार को बढ़ावा देना—देश को मध्य एशिया के ब्लॉकचेन केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक संतुलित दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है।