सितंबर 2025 में, गूगल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एजेंट्स के लिए एक ओपन-सोर्स पेमेंट स्टैंडर्ड, Agent Payments Protocol (AP2) लॉन्च किया है। यह प्रोटोकॉल AI एजेंट्स को स्वायत्त रूप से फंड भेजने और प्राप्त करने में सक्षम बनाता है, जिसमें अमेरिकी डॉलर-पेग्ड स्टेबलकॉइन्स भी शामिल हैं। यह पहल गूगल के मौजूदा Agent-to-Agent (A2A) फ्रेमवर्क का विस्तार है, जिसका उद्देश्य मशीन-टू-मशीन कॉमर्स और वित्तीय लेनदेन को सुव्यवस्थित करना है।
इस महत्वपूर्ण विकास में गूगल ने कॉइनबेस, सेल्सफोर्स, अमेरिकन एक्सप्रेस और एत्सी जैसी 60 से अधिक प्रमुख कंपनियों के साथ सहयोग किया है। जेम्स ट्रोमैन्स, जो गूगल क्लाउड में वेब3 का नेतृत्व करते हैं, ने बताया कि इस प्रोटोकॉल को पारंपरिक वित्तीय प्रणालियों और स्टेबलकॉइन्स दोनों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कॉइनबेस के साथ मिलकर, गूगल ने स्टेबलकॉइन संगतता विकसित की है, जो दर्शाता है कि ब्लॉकचेन तकनीक मुख्यधारा की सेवाओं में कैसे एकीकृत हो रही है। यह सहयोग यह सुनिश्चित करता है कि विभिन्न प्रणालियों के बीच इंटरऑपरेबिलिटी बनी रहे, जिससे AI एजेंट्स के बीच मूल्य का सुचारू हस्तांतरण संभव हो सके।
यह नया पेमेंट स्टैंडर्ड AI एजेंट्स को स्वायत्त रूप से वित्तीय लेनदेन करने की क्षमता प्रदान करता है, जो विभिन्न उद्योगों में क्रांति ला सकता है। AI एजेंट्स अब खरीदारी, ब्रोकरेज सेवाओं और बैक-ऑफ़िस संचालन जैसे कार्यों को नियमित रूप से कर सकते हैं। स्टेबलकॉइन्स के समर्थन से क्रिप्टोकरेंसी की उपयोगिता केवल ट्रेडिंग से आगे बढ़कर सत्यापित और ऑडिट योग्य लेनदेन को सक्षम करने तक बढ़ जाती है। यह मशीन-टू-मशीन (M2M) कॉमर्स के बढ़ते रुझान को भी रेखांकित करता है, जहां डिजिटल एजेंट्स सीधे तौर पर भुगतान और शुल्क पर बातचीत कर सकते हैं।
इस पहल का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह AI और ब्लॉकचेन के अभिसरण को दर्शाता है। गूगल क्लाउड यूनिवर्सल लेजर जैसी पहलों के साथ, गूगल पारंपरिक और क्रिप्टो रेल को ऑटोमेशन के लिए एकीकृत करने की अपनी व्यापक रणनीति को मजबूत कर रहा है। एथेरियम फाउंडेशन की विकेन्द्रीकृत AI (dAI) टीम की घोषणा के साथ, यह स्पष्ट है कि AI और ब्लॉकचेन का भविष्य एक साथ बुना जा रहा है। यह विकास AI-संचालित अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक मानकीकृत, सुरक्षित और कुशल ढांचा बनाने में गूगल की स्थिति को मजबूत करता है।
हालांकि, इस प्रणाली के व्यावहारिक कार्यान्वयन, अपनाने की दर और नियामक निहितार्थों की निगरानी करना महत्वपूर्ण होगा। सुरक्षा, मापनीयता और उपयोगकर्ता-मित्रता के साथ-साथ व्यापक बाजार की तत्परता पर सफलता निर्भर करेगी। यह कदम AI और ब्लॉकचेन के बढ़ते एकीकरण को उजागर करता है, जो भविष्य में वाणिज्य और वित्तीय लेनदेन के तरीके को नया आकार देने का वादा करता है।