एक दुर्लभ 1642 पास्कलाइन, जिसे ब्लेज़ पास्कल द्वारा आविष्कार की गई पहली मैकेनिकल कैलकुलेटिंग मशीन माना जाता है, 19 नवंबर 2025 को पेरिस में नीलाम होने वाली है। इस ऐतिहासिक उपकरण के 2 से 3 मिलियन यूरो के बीच कीमत मिलने का अनुमान है। यह दुनिया भर में ज्ञात नौ जीवित उदाहरणों में से एक है।
पास्कल ने अपने पिता को वित्तीय गणनाओं में सहायता करने के लिए पास्कलाइन को डिजाइन किया था, जो मानसिक अंकगणित को मशीनीकृत करने का एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक प्रयास था। यह मशीन, जो 17वीं शताब्दी की है, उस समय की तकनीकी प्रगति का एक प्रमाण है। पास्कलाइन केवल जोड़ और घटाव कर सकती थी, और संख्याओं को डायल घुमाकर दर्ज किया जाता था। इस मशीन की सबसे खास बात इसका कैरी मैकेनिज्म था, जो एक डायल से दूसरे डायल में स्वचालित रूप से कैरी करने की अनुमति देता था, जिससे गणनाएं अधिक सटीक और तेज हो जाती थीं।
नीलामी के लिए रखा गया यह विशेष उपकरण निजी हाथों में बचा एकमात्र उदाहरण है और इसे भूमि सर्वेक्षण गणनाओं के लिए समर्पित किया गया है। इस बिक्री से पहले, पास्कलाइन को पेरिस, न्यूयॉर्क और हांगकांग में प्रदर्शित किया जाएगा। यह नीलामी संग्राहकों और विज्ञान इतिहास के उत्साही लोगों के लिए कंप्यूटिंग के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कलाकृति हासिल करने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करती है। पास्कलाइन को न केवल एक यांत्रिक उपकरण के रूप में देखा जाता है, बल्कि मानव सरलता और नवाचार के प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है, जिसने भविष्य की कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकियों के लिए मार्ग प्रशस्त किया। यह मशीन, जो आज भी कार्यशील है, उस समय की इंजीनियरिंग की सटीकता को दर्शाती है।
ब्लेज़ पास्कल, एक फ्रांसीसी गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी और दार्शनिक थे, जिन्होंने 1642 में केवल 19 वर्ष की आयु में इस अभूतपूर्व मशीन का आविष्कार किया था। उन्होंने अपने पिता की कर संग्रहकर्ता के रूप में सहायता करने के लिए इसे विकसित किया था, जो उस समय की जटिल वित्तीय गणनाओं को सरल बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। पास्कलाइन को पहला डिजिटल कैलकुलेटर माना जाता है क्योंकि यह पूर्णांकों की गणना करके काम करता था। पास्कल के इस आविष्कार ने भविष्य के कैलकुलेटर और कंप्यूटर के विकास की नींव रखी। यह मशीन न केवल एक वैज्ञानिक उपकरण है, बल्कि मानव इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी है, जो नवाचार की शक्ति का प्रतीक है।