2025 में दीर्घायु बढ़ाएँ: जीवनशैली विकल्प आनुवंशिकी से बेहतर, अध्ययन से पता चला
2025 के अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालते हैं कि जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक आनुवंशिकी की तुलना में दीर्घायु के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं। आहार, व्यायाम और तनाव प्रबंधन से संबंधित विकल्प जीवनकाल को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं। अनुसंधान से पता चलता है कि ये कारक मृत्यु दर जोखिम भिन्नता का लगभग 17% हिस्सा हैं, जबकि आनुवंशिकी 2% से भी कम है।
दीर्घायु के लिए प्रमुख जीवनशैली कारक
नेचर मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में, 490,000 से अधिक व्यक्तियों का विश्लेषण करते हुए, इस बात पर जोर दिया गया कि धूम्रपान, सामाजिक आर्थिक स्थिति, शारीरिक गतिविधि और जीवन की स्थितियाँ स्वास्थ्य और जैविक उम्र बढ़ने को बहुत प्रभावित करती हैं। स्वास्थ्य सेवा, हरे-भरे स्थान, शिक्षा और भावनात्मक समर्थन तक पहुंच भी जीवनकाल को बढ़ाती है। स्वस्थ वातावरण और जीवनशैली चिकित्सा को बढ़ावा देने वाली सार्वजनिक नीतियां तेजी से महत्वपूर्ण होती जा रही हैं।
लंबे जीवन के लिए व्यावहारिक कदम
स्वस्थ आदतों को अपनाने से जीवन को बढ़ाया जा सकता है और इसकी गुणवत्ता बढ़ाई जा सकती है, जिससे दीर्घायु काफी हद तक हमारे नियंत्रण में आ जाती है।
संतुलित आहार: फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज पर ध्यान दें।
नियमित व्यायाम: प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली गतिविधि का लक्ष्य रखें।
तनाव प्रबंधन: ध्यान और योग जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।
पर्याप्त नींद: इष्टतम स्वास्थ्य के लिए एक सुसंगत नींद कार्यक्रम बनाए रखें।