18 अक्टूबर 2025 को, वैलेटा के ग्रैंड हार्बर बंदरगाह में एक ऐतिहासिक घटना दर्ज की गई। एमएससी ग्रुप के क्रूज लाइनर्स ने पहली बार तटवर्ती बिजली ग्रिड से जुड़कर भूमध्यसागर में हरित नौवहन की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाई। अब जब जहाज गोदी में खड़े होते हैं, तो वे अपने डीज़ल जनरेटर पूरी तरह से बंद कर देते हैं। इंजन की परिचित गड़गड़ाहट के बजाय, बंदरगाह अब स्वच्छ हवा और एक बड़े बदलाव के एहसास से भर गया है। यह पहल समुद्री परिवहन के पर्यावरणीय पदचिह्न को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस परियोजना के आधिकारिक उद्घाटन समारोह में, माल्टा के प्रधानमंत्री डॉ. रॉबर्ट अबेला ने घोषणा की, "हमने उत्सर्जन में तत्काल कमी दर्ज की है, और बंदरगाह के आसपास रहने वाले 17,000 निवासियों के लिए हवा अब अधिक सुरक्षित हो गई है।" उन्होंने जोर दिया कि यह नई योजना राष्ट्रीय रणनीति का एक अभिन्न अंग है, जिसका लक्ष्य यूरोपीय योजना "फिट फॉर 55" के मानकों के अनुरूप 2030 तक बंदरगाह उत्सर्जन को 90% तक कम करना है। यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य माल्टा की पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बुनियादी ढांचे की मुख्य विशेषताएं
इस अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण में निम्नलिखित प्रमुख तत्व शामिल किए गए हैं:
क्रूज जहाजों के लिए एक साथ जुड़ने हेतु 5 कनेक्शन पॉइंट।
अधिकतम 64 मेगावोल्ट-एम्पीयर की शक्ति क्षमता, जो दो आवृत्तियों (50 और 60 हर्ट्ज) पर संचालित होती है।
शिपिंग कंपनियों के लिए वाणिज्यिक शुल्क दरें निर्धारित की गई हैं।
यह तकनीकी क्षमता सुनिश्चित करती है कि बड़े से बड़े क्रूज जहाज भी अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तटवर्ती बिजली का उपयोग कर सकें, जिससे स्थानीय प्रदूषण में भारी कमी आती है।
एमएससी क्रूज़ के कार्यकारी अध्यक्ष पियरफ्रांसेस्को वागो ने इस पहल की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा: "इस बड़े निवेश के परिणामस्वरूप, हमारे जहाजों ने माल्टीज़ तट से जुड़कर पहले ही 300 घंटे बिता दिए हैं। इस अवधि में, बंदरगाह के लिए आधे महीने के उत्सर्जन से बचा जा सका है।" यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि तटवर्ती बिजली आपूर्ति न केवल एक सैद्धांतिक विचार है, बल्कि यह प्रदूषण नियंत्रण में तत्काल और मापने योग्य परिणाम दे रही है।
वर्तमान स्थिति यह है कि एमएससी ग्रुप के 25 क्रूज लाइनर्स में से 18 जहाज पहले से ही प्लग-इन बिजली आपूर्ति प्रणाली से सुसज्जित हैं। माल्टा द्वारा लागू की गई यह योजना अब अन्य यूरोपीय बंदरगाहों के लिए एक मानक उदाहरण के रूप में पहचानी जा रही है। यूरोपीय संघ की आवश्यकताओं के अनुसार, 2030 तक यूरोपीय संघ के सभी प्रमुख बंदरगाहों को अनिवार्य रूप से इसी तरह की प्रणालियों को लागू करना होगा। माल्टा ने इस पर्यावरणीय परिवर्तन में नेतृत्व की भूमिका निभाई है।
माल्टा की वार्षिक बंदरगाह अर्थव्यवस्था लगभग 88 मिलियन यूरो है। यह नया पर्यावरणीय मानक सुनिश्चित करता है कि यह द्वीप पर्यटन और व्यावसायिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण केंद्र बना रहे, लेकिन साथ ही स्थानीय आबादी के स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। यह संतुलन माल्टा की दीर्घकालिक स्थिरता और विकास की रणनीति का केंद्रीय बिंदु है।
यह कदम पूरे भूमध्यसागरीय क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल कायम करता है, जो पारिस्थितिक परिवर्तनों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। तटवर्ती बिजली को अपनाकर, माल्टा न केवल यूरोपीय संघ के जनादेशों को पूरा कर रहा है, बल्कि यह खुद को टिकाऊ समुद्री प्रथाओं के प्रति प्रतिबद्ध एक जिम्मेदार वैश्विक खिलाड़ी के रूप में भी स्थापित कर रहा है। इस सफल परिवर्तन ने यह सिद्ध कर दिया है कि आर्थिक समृद्धि और पर्यावरणीय प्रबंधन एक साथ चल सकते हैं, जिससे भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित होता है।