मानव-पशु संचार की दुनिया में एक अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जहाँ शोधकर्ताओं ने एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) मॉडल विकसित किया है जो कुत्तों की भौंकने की आवाज़ों का विश्लेषण करके उनकी भावनाओं और विशिष्ट स्थितियों को समझने में सक्षम है। यह तकनीक कुत्तों के संवाद के तरीके में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करती है, जो हमें उनके आंतरिक अनुभवों की गहरी समझ प्रदान करती है।
इस AI मॉडल का नाम Wav2Vec2 है, जिसे मूल रूप से मानव भाषण के विश्लेषण के लिए डिज़ाइन किया गया था। वैज्ञानिकों ने इसे कुत्तों की आवाज़ों को संसाधित करने के लिए अनुकूलित किया है। इस मॉडल को विभिन्न नस्लों, आयुओं और लिंगों के 74 कुत्तों से प्राप्त रिकॉर्डिंग का उपयोग करके प्रशिक्षित किया गया था। इन रिकॉर्डिंग्स में मालिकों के साथ बातचीत और निराशा के क्षणों जैसे विभिन्न प्राकृतिक संदर्भों को शामिल किया गया था। मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं, जिनमें प्रोफेसर राडा मिहल्सीया और आर्टेम अबज़लिएव शामिल हैं, ने इस परियोजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और मेक्सिको के राष्ट्रीय खगोल भौतिकी, प्रकाशिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स संस्थान (INAOE) के साथ मिलकर काम किया है।
प्रारंभिक परीक्षणों में, इस प्रणाली ने 70% से अधिक की सटीकता हासिल की है। शोधकर्ताओं का मानना है कि अधिक डेटा और विविध कुत्तों की भागीदारी के साथ यह सटीकता और भी बेहतर होगी। यह उल्लेखनीय है कि मानव भाषण पर प्रशिक्षित AI मॉडल, केवल कुत्ते की भौंकने की आवाज़ों पर प्रशिक्षित मॉडल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि मानव भाषा के पैटर्न को समझने की क्षमता पशुओं की ध्वनियों की बारीकियों को समझने में भी सहायक हो सकती है।
यह तकनीक न केवल भावनाओं को पहचानने में मदद करती है, बल्कि कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि यह कुत्ते की उम्र, लिंग और नस्ल जैसी जानकारी भी प्राप्त कर सकती है। इस तकनीक के कई व्यावहारिक अनुप्रयोग हैं। यह कुत्तों में तनाव का पता लगाने और उनकी देखभाल में सुधार करने में मदद कर सकती है। प्रशिक्षण कक्षाओं में, यह कुत्ते की भावनात्मक स्थिति के आधार पर उत्तेजनाओं को समायोजित करने में सहायक हो सकती है। घरों में, एक कनेक्टेड डिवाइस मालिकों को दर्द या चिंता का संकेत देने वाली भौंकने की आवाज़ों के प्रति सचेत कर सकता है, जो विशेष रूप से वृद्ध कुत्तों के लिए सहायक है।
यह विकास पशु संचार को समझने के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलता है, जिससे मनुष्यों और उनके पालतू जानवरों के बीच संबंध और गहरा हो सकता है। यह हमें अपने साथी जीवों की ज़रूरतों और भावनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील और उत्तरदायी बनने का अवसर प्रदान करता है, जिससे हमारे साझा जीवन में सद्भाव और समझ का विस्तार होता है।