साइबर अपराध से निपटने के लिए पुलिस विशेष रूप से प्रशिक्षित कुत्तों का उपयोग कर रही है। ये फुर्तीले श्वान छिपे हुए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का पता लगाने में माहिर हैं, जो जांच में एक नई दिशा प्रदान करते हैं। यह अभिनव दृष्टिकोण विभिन्न प्रकार के अपराधों की जांच में महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
ये प्रशिक्षित कुत्ते सिम कार्ड, यूएसबी ड्राइव और मोबाइल फोन जैसे उपकरणों का पता लगा सकते हैं। उनकी प्रशिक्षण विधि नशीले पदार्थों या विस्फोटकों का पता लगाने वाले कुत्तों के समान ही है, लेकिन उनका विशेष क्षेत्र डिजिटल साक्ष्य खोजना है। ये कुत्ते इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण में उपयोग किए जाने वाले एक रासायनिक यौगिक, ट्राइफेनिलफॉस्फीन ऑक्साइड (TPPO) की गंध को पहचानना सीखते हैं। यह यौगिक सभी इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज उपकरणों में पाया जाता है, जिससे कुत्तों को उन्हें खोजने में मदद मिलती है, भले ही वे कितनी भी अच्छी तरह से छिपे हों।
इन डिजिटल डिटेक्शन डॉग्स ने अपनी नई भूमिकाओं में पहले ही सफलता का प्रदर्शन किया है। वे उन जगहों पर भी उपकरणों का पता लगा सकते हैं जहाँ इंसानों के लिए खोजना मुश्किल होता है। उदाहरण के लिए, कनेक्टिकट स्टेट पुलिस के एक कार्यक्रम में, यह पाया गया कि ऐसे कुत्ते लगभग 30% मामलों में उन उपकरणों का पता लगा लेते हैं जिन्हें मानव जांचकर्ताओं द्वारा अनदेखा कर दिया गया था। यह क्षमता पुलिस को साक्ष्य एकत्र करने में एक महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान करती है।
ये कुत्ते घरेलू हिंसा और बच्चों के यौन शोषण जैसे मामलों में विशेष रूप से उपयोगी साबित हो रहे हैं। उदाहरण के लिए, 2015 में, जारेड फोगल मामले में, एक लैब्राडोर रिट्रीवर 'बेयर' ने एक छिपी हुई फ्लैश ड्राइव का पता लगाया था, जिसमें बाल पोर्नोग्राफी थी, जो फोगल की सजा के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई। इसी तरह, सिएटल पुलिस विभाग की के9 'नाला' ने ऐसे कई मामलों में छिपे हुए एसडी कार्ड और यूएसबी ड्राइव का पता लगाया है।
पुलिस बल इन डिजिटल डिटेक्शन डॉग टीमों का विस्तार कर रहे हैं। यह नवाचार कानून प्रवर्तन को डिजिटल युग में आगे रहने में मदद करता है। ऑस्ट्रेलिया में, ऑस्ट्रेलियाई संघीय पुलिस (एएफपी) ने 2019 से अपने प्रौद्योगिकी पहचान कुत्तों का उपयोग किया है, जिन्होंने 120 से अधिक उपकरणों का पता लगाया है, जो बाल संरक्षण से लेकर आतंकवाद विरोधी अभियानों तक की जांच में सहायक रहे हैं। एएफपी अगले तीन वर्षों में कम से कम 12 और लैब्राडोर को प्रशिक्षित करने और तैनात करने की योजना बना रहा है। यह तकनीक पुलिस को अपराध से लड़ने के लिए एक शक्तिशाली नया उपकरण प्रदान करती है, जिससे वे डिजिटल दुनिया में छिपे साक्ष्यों को प्रभावी ढंग से उजागर कर पाते हैं।