अमेरिकी प्रशासन ने अप्रवासन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) को मेडिकेड कार्यक्रम में नामांकित 79 मिलियन व्यक्तियों के व्यक्तिगत डेटा तक पहुँच प्रदान की है। इस डेटा में नाम, पते, जन्म तिथियाँ, जातीयता और सामाजिक सुरक्षा नंबर शामिल हैं। यह कदम अवैध रूप से देश में रहने वाले व्यक्तियों की पहचान और स्थान का पता लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
यह समझौता सेंटर्स फॉर मेडिकेयर एंड मेडिकेड सर्विसेज (CMS) और डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) के बीच हुआ है। हालांकि, यह कदम कई आलोचनाओं का सामना कर रहा है, जिसमें आलोचक यह तर्क कर रहे हैं कि यह कदम संघीय स्वास्थ्य गोपनीयता कानूनों का उल्लंघन कर सकता है।
इस कदम के संभावित प्रभावों में स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच में कमी, विशेषकर कमजोर समुदायों के लिए, और सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिमों में वृद्धि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, यह कदम डेटा सुरक्षा और गोपनीयता संबंधी चिंताओं को भी जन्म दे सकता है, क्योंकि संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी की अनधिकृत पहुँच से पहचान की चोरी और अन्य प्रकार के धोखाधड़ी हो सकते हैं।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के दृष्टिकोण से, मेडिकेड डेटा तक ICE की पहुँच एक विवादास्पद नीति है जिसके संभावित रूप से गंभीर परिणाम हो सकते हैं। नीति के स्वास्थ्य और सुरक्षा निहितार्थों पर सावधानीपूर्वक विचार करना और कमजोर आबादी की सुरक्षा के लिए कदम उठाना महत्वपूर्ण है।