भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने जुलाई 2025 में बीजिंग का दौरा किया, जो 2020 में सीमा पर हुई झड़पों के बाद उनका पहला चीन दौरा था। इस यात्रा के दौरान, उन्होंने चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।
जयशंकर ने सीमा पर तनाव को हल करने और व्यापारिक प्रतिबंधों से बचने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीमा पर शांति और स्थिरता दोनों देशों के बीच विश्वास निर्माण के लिए आवश्यक हैं।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने दोनों देशों के बीच अच्छे पड़ोसी संबंधों और मित्रता की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि चीन और भारत को आपसी सम्मान और विश्वास के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सामान्य विकास और जीत-जीत सहयोग की दिशा में काम करना चाहिए।
इस यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने सीमा पर तनाव कम करने और व्यापारिक सहयोग बढ़ाने के लिए कई कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की।
भारत और चीन के बीच संबंधों का सामान्यीकरण दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे शिक्षा, रोजगार और नवाचार के नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं।