वैज्ञानिकों ने पहली बार तरल कार्बन की संरचना का सफलतापूर्वक अवलोकन किया है। यह सफलता लेजर संपीड़न तकनीकों का उपयोग करके प्राप्त की गई। यह प्रयोग चरम स्थितियों के तहत कार्बन के गुणों में नई अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
शेनफेल्ड में यूरोपीय एक्सएफईएल (European XFEL) के शोधकर्ताओं ने अल्ट्राशॉर्ट एक्स-रे लेजर पल्स का उपयोग किया। इससे उन्हें ठोस कार्बन के संक्षिप्त रूप से तरल में बदलने पर वास्तविक समय में माप लेने की अनुमति मिली। इस विधि ने मानक दबाव पर कार्बन के वाष्पीकरण की चुनौती को दरकिनार कर दिया।
अध्ययन से पता चला कि तरल कार्बन पानी जैसी संरचना प्रदर्शित करता है। इसके चार निकटतम परमाणु पड़ोसी हैं, जो हीरे के समान हैं। इस खोज ने सिमुलेशन द्वारा की गई भविष्यवाणियों की पुष्टि की और कार्बन के ज्ञात गलनांक को परिष्कृत किया।
प्रायोगिक सेटअप में एक्सएफईएल के उच्च गति वाले एक्स-रे पल्स को DIPOLE 100-X लेजर के साथ जोड़ना शामिल था। इससे एक साथ लेजर संपीड़न और एक्स-रे विवर्तन माप संभव हो सका। इस शोध का ग्रह विज्ञान और परमाणु संलयन मॉडलिंग के लिए निहितार्थ है।