भारत के आयुष मंत्रालय ने आयुषसुरक्षा पोर्टल लॉन्च किया है। इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उद्देश्य पारंपरिक चिकित्सा में उपभोक्ता संरक्षण को मजबूत करना है। यह नियामक निरीक्षण को भी बढ़ाएगा।
यह पोर्टल भ्रामक विज्ञापनों और प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं की निगरानी करेगा। यह नागरिकों और पेशेवर एजेंसियों को जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सशक्त बनाता है। अब जनता आयुष प्रणालियों की अखंडता की रक्षा करने में सक्रिय रूप से भाग ले सकती है।
आयुषसुरक्षा वास्तविक समय की निगरानी और व्यवस्थित विश्लेषण को सक्षम बनाता है। यह राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरणों और राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस केंद्रों सहित नियामक निकायों के बीच समन्वित कार्रवाई की सुविधा प्रदान करता है।
यह पोर्टल सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद विकसित किया गया था। यह राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम के अनुरूप है। सिद्ध अनुसंधान के लिए केंद्रीय परिषद (सीसीआरएस) ने तकनीकी सहायता प्रदान की।