एयर इंडिया 2025 में नए कोडशेयर समझौतों के माध्यम से अपने वैश्विक पहुंच का आक्रामक रूप से विस्तार कर रही है। एयरलाइन का इरादा इस वित्तीय वर्ष में दस से अधिक अंतर्राष्ट्रीय वाहकों के साथ साझेदारी को अंतिम रूप देने का है, जिसका ध्यान उत्तरी अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में अपने नेटवर्क का विस्तार करना है। इस पहल का उद्देश्य इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (DEL) पर अपने केंद्र से एयर इंडिया की अंतर्राष्ट्रीय विकास रणनीति को पूरा करना है।
इन साझेदारियों से आसान बुकिंग और समन्वित शेड्यूल के साथ यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी। एयर इंडिया का लक्ष्य अपने अंतर्राष्ट्रीय कारोबार को साल-दर-साल पच्चीस प्रतिशत बढ़ाना है। एयरलाइन के पास वर्तमान में लुफ्थांसा, सिंगापुर एयरलाइंस, यूनाइटेड एयरलाइंस और एयर कनाडा के साथ कोडशेयर समझौते हैं, जो विश्व स्तर पर 80 से अधिक गंतव्यों तक पहुंच प्रदान करते हैं।
नए समझौतों से विमान उपयोग और बाजार में प्रवेश में सुधार होने की उम्मीद है। एयर इंडिया के कोडशेयर और इंटरलाइन साझेदारी प्रति सप्ताह पच्चीस हजार से अधिक यात्रियों को सेवा प्रदान करते हैं। एयरलाइन ने इन सहयोगों के कारण यात्री यातायात में दोगुना और बुकिंग राजस्व में तीन गुना वृद्धि दर्ज की है।