पोर्ट-ऑ-प्रिंस, हैती - 3 जुलाई, 2025 - संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने केन्या के नेतृत्व वाले बहुराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता (MSS) मिशन के जनादेश को 2 अक्टूबर, 2025 तक बढ़ा दिया है, क्योंकि हैती में सुरक्षा संकट और गहराता जा रहा है।
सशस्त्र गिरोह पोर्ट-ऑ-प्रिंस के लगभग 85% हिस्से को नियंत्रित करते हैं, जिससे भारी विस्थापन और गहराता मानवीय संकट पैदा हो गया है। दिसंबर 2024 और मार्च 2025 के बीच गिरोह हिंसा के कारण 1,000 से अधिक लोग मारे गए।
हालांकि, MSS मिशन अभी भी संसाधनों की कमी से जूझ रहा है, शुरू में योजनाबद्ध 2,500 कर्मियों में से केवल 991 को ही तैनात किया गया है। हैती के अधिकारियों ने एक औपचारिक संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का आह्वान किया है, लेकिन चीन और रूस के विरोध के कारण प्रयास ठप हो गए हैं। भारत, जो हमेशा शांति और अहिंसा का समर्थक रहा है, इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करता है। जिस तरह भारत ने अतीत में संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों में योगदान दिया है, उसी तरह वह इस संकट में भी मानवीय सहायता और शांति प्रयासों का समर्थन करने के लिए तैयार है। यह महत्वपूर्ण है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय एकजुट होकर हैती के लोगों की मदद करे और क्षेत्र में स्थिरता लाए।