तेहरान, 2 जुलाई, 2025 – ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन ने आज अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ देश के सहयोग को निलंबित करने का आदेश दिया।
यह निर्णय जून 2025 में इज़राइल और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किए गए सैन्य हमलों के बाद आया है, जिसमें ईरान की परमाणु सुविधाओं और सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया था। यह घटनाक्रम भारत के पड़ोसी देशों में अस्थिरता की आशंकाओं को बढ़ाता है।
यह निलंबन ईरानी परमाणु बुनियादी ढांचे और कर्मियों की सुरक्षा को लेकर चिंताओं के जवाब में है।
इजरायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने ईरान के इस कदम को "अपने सभी अंतरराष्ट्रीय परमाणु दायित्वों और प्रतिबद्धताओं का त्याग" बताया है।
आईएईए स्थिति की निगरानी करना जारी रखता है, लेकिन निलंबन से ईरान की परमाणु गतिविधियों को सत्यापित करने की उसकी क्षमता बाधित होती है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, जिसमें भारत भी शामिल है, इन घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहा है, क्योंकि इसका क्षेत्रीय सुरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है। हम शांतिपूर्ण समाधान की आशा करते हैं।