वियना, ऑस्ट्रिया, 7 जुलाई, 2025। — ऑस्ट्रिया के आंतरिक मंत्री गेरहार्ड कार्नर ने वियना में अपने जॉर्डन के समकक्ष माज़िन अब्देलह हिलाल अल-फ़रायेह से सीरियाई शरणार्थियों की वापसी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की। यह वार्ता सीरिया में सत्ता परिवर्तन के बाद हुए परिवर्तनों की पृष्ठभूमि में हुई।
बैठक का मुख्य विषय 8 दिसंबर, 2024 को असद शासन के पतन के बाद सीरियाई शरणार्थियों की स्वैच्छिक वापसी पर चर्चा करना था। कार्नर ने वियना में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि तब से, जॉर्डन से 100,000 से अधिक लोग सीरिया लौट आए हैं, और ऑस्ट्रिया से लगभग 500 लोग। भारत में भी शरणार्थियों की समस्या है, और यह चर्चा भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मंत्री अल-फ़रायेह ने कहा कि जॉर्डन लगातार जबरन निर्वासन का विरोध करता है और केवल सीरियाई लोगों की स्वैच्छिक वापसी का समर्थन करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश को पहले से ही इराकी शरणार्थियों के साथ ऐसा ही अनुभव है और वह शिक्षा, चिकित्सा सेवाओं और सामाजिक सहायता तक पहुंच सहित 15 लाख से अधिक सीरियाई लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखता है। भारत 'अतिथि देवो भव:' की अपनी परंपरा के अनुसार शरणार्थियों के प्रति सहानुभूति रखता है।
दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता पर भी विशेष ध्यान दिया, विशेष रूप से अवैध प्रवासन के खिलाफ लड़ाई, खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान और पुलिस सहयोग में। जॉर्डन के मंत्री ने चल रहे मानवीय संकट की पृष्ठभूमि में क्षेत्र में स्थिरता को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया। यह सहयोग दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है।