19 अगस्त, 2025 को, रूस ने यूक्रेन के पोल्टावा क्षेत्र में ऊर्जा सुविधाओं पर एक बड़ा ड्रोन और मिसाइल हमला किया, जिससे महत्वपूर्ण नुकसान हुआ। यह हमला उसी दिन हुआ जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की व्हाइट हाउस में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ एक उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे थे, जिसका उद्देश्य यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी पर चर्चा करना था। यह घटना कूटनीतिक प्रयासों के बावजूद संघर्ष की निरंतर अस्थिरता को दर्शाती है।
पोल्टावा क्षेत्र में एक गैस परिवहन सुविधा पर कई दर्जन ड्रोन से हमला किया गया, जिससे बड़े पैमाने पर आग लग गई और बुनियादी ढांचे को भारी क्षति पहुंची। यह हमला ऐसे समय में हुआ जब ज़ेलेंस्की वाशिंगटन में ट्रम्प से मुलाकात कर रहे थे, ताकि यूक्रेन के लिए सुरक्षा की रूपरेखा तैयार की जा सके। ट्रम्प ने जोर देकर कहा कि अमेरिका जमीनी सैनिकों को तैनात नहीं करेगा, लेकिन हवाई सहायता और समन्वय प्रदान करने की पेशकश की। यूरोपीय देशों ने सुरक्षा गारंटी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की इच्छा व्यक्त की है, जिसे ज़ेलेंस्की ने "आगे की ओर एक बड़ा कदम" बताया है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब जुलाई 2025 में यूक्रेन में नागरिक हताहतों की संख्या पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक दर्ज की गई, जिसमें 286 नागरिक मारे गए और 1,388 घायल हुए। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निगरानी मिशन के अनुसार, यह वृद्धि मुख्य रूप से रूसी सेना द्वारा हवाई बमों के उपयोग के कारण हुई है। इस बीच, यूक्रेनी ड्रोन ने जुलाई 2025 में 23,000 से अधिक रूसी ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे 5,000 से अधिक रूसी सैनिकों की मौत हुई।
यह हमला यूक्रेन के ऊर्जा क्षेत्र पर रूस के निरंतर हमलों की रणनीति को दर्शाता है, जो मार्च 2025 से 2,900 से अधिक बार ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बना चुका है। इन हमलों का उद्देश्य यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना और आबादी के मनोबल को तोड़ना है। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस पर प्रतिबंधों को कड़ा करने और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करने का आग्रह किया है।
शिखर सम्मेलन में सुरक्षा गारंटी पर चर्चा हुई, जिसमें संभावित रूप से नाटो-शैली की सुरक्षा शामिल हो सकती है, लेकिन यूक्रेन की नाटो सदस्यता पर कोई स्पष्टता नहीं थी। ट्रम्प ने पुतिन के साथ एक शिखर सम्मेलन का प्रस्ताव रखा है, जिसका उद्देश्य युद्ध को समाप्त करना है, हालांकि इस बैठक की विशिष्टताओं पर अभी भी काम चल रहा है। यह स्थिति यूक्रेन के लिए अनिश्चितता का एक जटिल जाल प्रस्तुत करती है, जहां कूटनीतिक प्रयास सैन्य हमलों के साथ-साथ चल रहे हैं।