पुर्तगाल के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव आया है। हाल के चुनावों में, धुर दक्षिणपंथी चेगा पार्टी दूसरे स्थान पर आ गई। इससे दो मध्यमार्गी दलों का लंबे समय से चला आ रहा प्रभुत्व समाप्त हो गया है, जिन्होंने तानाशाही के अंत के बाद से देश पर शासन किया है।
चेगा नेता आंद्रे वेंचुरा ने जीवन स्तर में सुधार करने के वादे पर प्रचार किया। उन्होंने आप्रवासन को नियंत्रित करने और व्यवस्थित भ्रष्टाचार को समाप्त करने का भी संकल्प लिया। इन मुद्दों ने मतदाताओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से के साथ प्रतिध्वनित किया।
हालांकि वेंचुरा चुनाव नहीं जीते, लेकिन उनकी पार्टी का मजबूत प्रदर्शन स्थापित राजनीतिक व्यवस्था के प्रति बढ़ती असंतोष को दर्शाता है। परिणाम आने वाले वर्षों में पुर्तगाली राजनीति के संभावित पुनर्गठन का संकेत देते हैं।