फिलीपींस ने स्कारबोरो शोल पर चीन के प्रकृति रिजर्व की स्थापना पर आपत्ति जताई

द्वारा संपादित: Татьяна Гуринович

नई दिल्ली: फिलीपींस के विदेश विभाग (DFA) ने 11 सितंबर, 2025 को स्कारबोरो शोल पर चीन द्वारा राष्ट्रीय प्रकृति रिजर्व स्थापित करने की घोषणा के खिलाफ औपचारिक विरोध दर्ज कराया है। फिलीपींस का तर्क है कि यह कदम अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उसके अधिकारों का उल्लंघन करता है। चीन ने इस रिजर्व की स्थापना का कारण जैव विविधता के संरक्षण को बताया है।

स्कारबोरो शोल, जिसे फिलीपींस में बाजो डी मासिनलोक और चीन में हुआंगयान द्वीप के नाम से जाना जाता है, दक्षिण चीन सागर में एक महत्वपूर्ण और विवादित क्षेत्र है। यह फिलीपींस के ज़ाम्बालेस प्रांत से लगभग 124 समुद्री मील दूर स्थित है। चीन की स्टेट काउंसिल ने बुधवार को इस राष्ट्रीय प्रकृति रिजर्व की स्थापना को मंजूरी दी, जिसका उद्देश्य क्षेत्र की जैव विविधता और पारिस्थितिक स्थिरता को बनाए रखना है। यह रिजर्व स्कारबोरो शोल को अपने दायरे में लेता है, जो 3,523.67 हेक्टेयर (लगभग 8,705 एकड़) क्षेत्र को कवर करता है।

फिलीपींस के विदेश विभाग ने इस कार्रवाई को "अवैध और गैरकानूनी" बताते हुए कहा कि यह स्पष्ट रूप से अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार फिलीपींस के अधिकारों और हितों का उल्लंघन करती है। फिलीपींस का मानना है कि यह चीन द्वारा अपने क्षेत्रीय दावों को मजबूत करने का एक और प्रयास है और वह अपने संप्रभु अधिकारों और क्षेत्रीय शांति की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। फिलीपींस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एडुआर्डो आनो ने इसे "स्पष्ट रूप से अवैध" बताया, जो संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून कन्वेंशन (UNCLOS) और 2016 के अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता निर्णय का उल्लंघन करता है, जिसने बीजिंग के व्यापक क्षेत्रीय दावों को अमान्य कर दिया था।

चीन ने अपने रुख का बचाव करते हुए कहा है कि यह द्वीप उसका "अंतर्निहित क्षेत्र" है और इस प्रकृति रिजर्व की स्थापना उसकी संप्रभुता के अंतर्गत आती है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन फिलीपींस के "अनुचित आरोपों और विरोधों" को स्वीकार नहीं करता है और फिलीपींस से "उकसावे" बंद करने का आग्रह करता है। यह घटना दक्षिण चीन सागर में चल रहे क्षेत्रीय विवादों और भू-राजनीतिक तनावों को उजागर करती है।

यह क्षेत्र समुद्री जीवन की समृद्ध विविधता का घर है, लेकिन यह दशकों से चीन और फिलीपींस के बीच विवाद का केंद्र रहा है। अगस्त 2025 में, चीनी तट रक्षक जहाजों ने फिलीपीनी जहाजों को इस क्षेत्र से खदेड़ दिया था। जून 2024 में, एक चीनी सैन्य हेलीकॉप्टर ने स्कारबोरो शोल के ऊपर एक फिलीपीनी मछली पकड़ने वाले विमान के साथ खतरनाक युद्धाभ्यास किया था। 2016 में हेग में एक न्यायाधिकरण ने फिलीपींस के पक्ष में फैसला सुनाया था, जिसमें कहा गया था कि चीन के "नौ-डैश लाइन" दावों का कोई कानूनी आधार नहीं है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए फिलीपींस के प्रति अपनी रक्षा प्रतिबद्धता की पुष्टि की है और क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाली किसी भी कार्रवाई पर चिंता व्यक्त की है। अमेरिका ने शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया है। यह घटना इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे पर्यावरणीय पहलें भी भू-राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के संदर्भ में देखी जा सकती हैं, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन पर सवाल उठते हैं।

स्रोतों

  • Reuters

  • Philippines protests China's plan for a nature reserve at a hotly disputed shoal

  • China approves nature reserve at disputed South China Sea shoal claimed by the Philippines

  • Chinese coast guard expelled Philippine vessels around Scarborough Shoal

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