पाकिस्तान ने बिटकॉइन माइनिंग और एआई डेटा सेंटर्स को सपोर्ट करने के लिए 2,000 मेगावाट बिजली आवंटित की है। यह पहल क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाने के लिए एक राष्ट्रीय प्रयास के पहले चरण का प्रतीक है।
पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल विदेशी निवेश आकर्षित करने के प्रयासों का नेतृत्व कर रही है। वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य अधिशेष ऊर्जा का मुद्रीकरण करना और उच्च-तकनीकी नौकरियां पैदा करना है।
साहीवाल, चाइना हब और पोर्ट कासिम सहित कोयला आधारित बिजली परियोजनाओं को फिर से तैयार किया जाएगा। ये परियोजनाएं वर्तमान में केवल 15% क्षमता पर काम कर रही हैं।