क्यूबा एक अभूतपूर्व ऊर्जा संकट से जूझ रहा है, जिसके कारण पूरे देश में बिजली की भारी कटौती हो रही है। यह संकट दैनिक जीवन, वाणिज्य, शिक्षा और खेल गतिविधियों को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है। राष्ट्रीय विद्युत प्रणाली (SEN) को 10 सितंबर, 2025 को सुबह एक बड़े व्यवधान का सामना करना पड़ा, जिससे पूरे द्वीप पर बिजली गुल हो गई। यह 2025 में दूसरी बार है जब ऐसी राष्ट्रव्यापी बिजली कटौती हुई है, और पिछले साल के अंत से यह पांचवीं घटना है।
वर्तमान में, देश के कई हिस्सों में प्रतिदिन 20 घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है, जबकि राजधानी हवाना में 4-5 घंटे की कटौती का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति ने खेल, श्रम और शैक्षिक गतिविधियों को स्थगित करने के लिए मजबूर किया है। निजी व्यवसाय जनरेटरों पर निर्भर रहने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अनौपचारिक बाजार में ईंधन की कमी और उच्च कीमतें उनके संचालन को और कठिन बना रही हैं। पर्यटन होटलों में अपनी बिजली व्यवस्था है, लेकिन मेहमान अन्य सेवाओं के बंद होने के कारण अपने होटलों तक ही सीमित हैं।
इस संकट का मूल कारण बिजली संयंत्रों का पुराना पड़ जाना और ईंधन की कमी है, जो विदेशी मुद्रा की कमी के कारण और बढ़ गया है। क्यूबा के बिजली संयंत्रों को दशकों से पर्याप्त रखरखाव नहीं मिला है, और कई संयंत्र 40 साल से भी अधिक पुराने हैं। रूस और वेनेजुएला जैसे पारंपरिक सहयोगी भी अपनी ऊर्जा समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिससे क्यूबा के लिए ईंधन का आयात और भी मुश्किल हो गया है। उदाहरण के लिए, 2023 में वेनेजुएला से तेल की आपूर्ति 2020 की तुलना में 30% से अधिक कम हो गई थी।
इस ऊर्जा संकट का अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है। बिजली की अविश्वसनीय आपूर्ति के कारण उत्पादन योजनाएं बाधित हो रही हैं, जिससे राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ रहा है। 2024 में, देश की अर्थव्यवस्था में 1-2% की गिरावट दर्ज की गई थी और यह अभी भी 2019 के स्तर से नीचे है। पर्यटन उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है, क्योंकि बिजली कटौती और अन्य अव्यवस्थाओं के कारण क्यूबा एक आकर्षक गंतव्य नहीं रह गया है।
क्यूबा सरकार इस संकट से निपटने के लिए विभिन्न समाधानों पर विचार कर रही है, जिसमें रूस के साथ मिलकर बिजली उत्पादन इकाइयों का आधुनिकीकरण और नए सौर पार्कों का निर्माण शामिल है। रूस ने 200 मेगावाट की एक नई उत्पादन इकाई के निर्माण और मौजूदा 100 मेगावाट की इकाइयों की मरम्मत का वादा किया है। इसके अतिरिक्त, चीन की मदद से 92 सौर ऊर्जा पार्कों का निर्माण भी किया जा रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस बुनियादी ढांचे को पूरी तरह से ठीक करने के लिए अरबों डॉलर के निवेश की आवश्यकता होगी। यह संकट क्यूबा के लिए एक बड़ी चुनौती है, जो न केवल ऊर्जा सुरक्षा बल्कि देश के समग्र आर्थिक और सामाजिक विकास को भी प्रभावित कर रहा है।