जर्मन सरकार ने 2026 के लिए अपने बजट को मंजूरी दी है, जिसमें रिकॉर्ड निवेश और उधारी शामिल है। यह बजट जर्मनी की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
बजट में रक्षा खर्च में 32.5% की वृद्धि शामिल है, जो 2026 में 82.7 बिलियन यूरो तक पहुंच जाएगा। इसके अतिरिक्त, सशस्त्र बलों के लिए एक विशेष कोष से अतिरिक्त 25.5 बिलियन यूरो भी शामिल है। बजट में यूक्रेन के लिए सहायता और नाटो योगदान के लिए प्रतिबद्धता भी शामिल है, जो 2026 में 2.8% तक पहुंच जाएगी।
यह बजट जर्मन अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने, बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने और रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के उद्देश्य से राजकोषीय नीति में बदलाव का प्रतीक है। हालांकि, इस बजट का शिक्षा और सामाजिक कार्यक्रमों जैसे अन्य क्षेत्रों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? रक्षा खर्च में वृद्धि से नागरिकों के लिए क्या अवसर और चुनौतियां पैदा होंगी?
रक्षा खर्च में वृद्धि से व्यवसायों और उपभोक्ताओं दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। रक्षा उद्योग में नौकरियां सृजित हो सकती हैं, और नई प्रौद्योगिकियों का विकास हो सकता है। हालांकि, इससे करों में वृद्धि या अन्य सरकारी कार्यक्रमों में कटौती भी हो सकती है। उपभोक्ताओं को उच्च कीमतों और कम सेवाओं का सामना करना पड़ सकता है।
रक्षा खर्च में वृद्धि का जर्मनी के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। यह जर्मनी को एक मजबूत सैन्य शक्ति बना सकता है, लेकिन इससे अन्य देशों के साथ तनाव भी बढ़ सकता है। जर्मनी का रक्षा बजट यूरोपीय संघ के भीतर एक मिसाल कायम करता है।
बुंडेस्टाग को बजट की समीक्षा करते समय इन सभी कारकों पर विचार करना होगा। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि रक्षा खर्च में वृद्धि से नागरिकों को लाभ हो और जर्मनी की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके।