यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के XMM-Newton और जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के सुज़कू एक्स-रे स्पेस टेलीस्कोप का उपयोग करने वाले खगोलविदों ने गर्म गैस का एक विशाल फिलामेंट खोजा है। यह फिलामेंट निकटवर्ती ब्रह्मांड में चार आकाशगंगा समूहों को जोड़ता है। यह खोज 'गुमशुदा' सामान्य पदार्थ के लंबे समय से चले आ रहे रहस्य को संबोधित करती है।
ब्रह्मांड में सामान्य पदार्थ का लगभग आधा हिस्सा हिसाब में नहीं है। वैज्ञानिकों ने सिद्धांत दिया कि यह पदार्थ अंतरिक्ष के घने क्षेत्रों के बीच लंबी, विसरित गैस फिलामेंट में मौजूद है। इन फिलामेंट्स का पता लगाना मुश्किल है क्योंकि वे बहुत धुंधले हैं और अन्य खगोलीय वस्तुओं के करीब हैं।
अवलोकनों ने चार आकाशगंगा समूहों के बीच फैली गर्म गैस के एक एकल फिलामेंट की सफलतापूर्वक पहचान की और उसे चित्रित किया। यह वार्म-हॉट इंटरगैलेक्टिक मीडियम (WHIM) का सीधा प्रमाण प्रदान करता है, जो ब्रह्मांडीय जाल का एक प्रमुख घटक है। गैस का तापमान 10 से 20 मिलियन डिग्री सेल्सियस के बीच है, जो आकाशगंगा समूहों के कोर से ठंडा है।
यह खोज लापता बेरिऑन की उपस्थिति की पुष्टि करती है और ब्रह्मांड की बड़े पैमाने पर संरचना और विकास की हमारी समझ में सुधार करती है। भविष्य के मिशन, जैसे ईएसए का एथेना एक्स-रे टेलीस्कोप, अधिक विस्तृत सर्वेक्षण प्रदान करेंगे। यह इन मायावी फिलामेंट्स के वितरण और गुणों को और स्पष्ट करेगा।
यह सफलता अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व को उजागर करती है। ईएसए और जेएएक्सए की संयुक्त विशेषज्ञता और संसाधनों ने ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने में मदद की।