नासा और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी (CSA) के अंतरिक्ष यात्रियों का दल, जिसमें कमांडर रीड वाइज़मैन, पायलट विक्टर ग्लोवर, मिशन विशेषज्ञ क्रिस्टीना कोच और CSA के जेरेमी हैनसेन शामिल हैं, फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर में अपने ओरियन अंतरिक्ष यान में गहन प्रशिक्षण ले रहे हैं। यह प्रशिक्षण 31 जुलाई, 2025 को शुरू हुआ और इसमें लॉन्च-डे की प्रक्रियाएं और अंतरिक्ष यान के उपकरणों के साथ इंटरफ़ेस जैसे मिशन-महत्वपूर्ण कार्यों का अभ्यास शामिल है। यह पहली बार है जब दल ने अपने विशेष ओरियन क्रू सर्वाइवल सिस्टम सूट पहने हुए अंतरिक्ष यान में प्रवेश किया है, जो उन्हें गहरे अंतरिक्ष की कठोर परिस्थितियों के लिए तैयार कर रहा है।
आर्टेमिस II मिशन, जो अप्रैल 2026 के लिए निर्धारित है, अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा के चारों ओर 10-दिवसीय यात्रा पर ले जाएगा। यह मिशन चंद्रमा पर एक स्थायी मानव उपस्थिति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मिशन की तैयारी में, नासा ओरियन अंतरिक्ष यान के हीट शील्ड से संबंधित इंजीनियरिंग चुनौतियों का समाधान करने पर विशेष ध्यान दे रहा है। आर्टेमिस I मिशन के दौरान हीट शील्ड के अप्रत्याशित क्षरण ने भविष्य की उड़ानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस क्षेत्र में सावधानीपूर्वक जांच और सुधार की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है। इस चिंता के कारण मिशन में देरी हुई है, लेकिन यह सुनिश्चित करता है कि सुरक्षा सर्वोपरि है। यह प्रशिक्षण न केवल दल को ओरियन अंतरिक्ष यान की जटिल प्रणालियों से परिचित कराता है, बल्कि यह अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति मानव जाति की अटूट भावना और प्रगति को भी दर्शाता है। जैसे-जैसे दल चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा की तैयारी कर रहा है, यह प्रयास मानवता के लिए ज्ञान और प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के व्यापक लक्ष्य में योगदान देता है, जो भविष्य में मंगल जैसे गहरे अंतरिक्ष मिशनों के लिए मार्ग प्रशस्त करता है। यह मिशन 1972 के बाद चंद्रमा पर पहली मानवयुक्त उड़ान होगी, जो अंतरिक्ष अन्वेषण के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।