एयरोविरोनमेंट, इंक. ने नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) के सहयोग से स्काईफॉल नामक एक नई मंगल मिशन अवधारणा का अनावरण किया है। यह मिशन मंगल ग्रह पर मानव लैंडिंग की तैयारी के लिए स्वायत्त हवाई अन्वेषण के माध्यम से संभावित लैंडिंग स्थलों की पहचान करने का उद्देश्य रखता है।
स्काईफॉल अवधारणा के तहत, छह स्वायत्त हेलीकॉप्टरों को मंगल ग्रह पर तैनात किया जाएगा। ये हेलीकॉप्टर स्वतंत्र रूप से काम करते हुए उच्च-रिज़ॉल्यूशन सतह चित्र और उप-सतह रडार डेटा एकत्र करेंगे, जिससे भविष्य के मानव मिशनों के लिए सुरक्षित लैंडिंग स्थलों की पहचान में सहायता मिलेगी।
इस मिशन में "स्काईफॉल मैन्युवर" नामक एक नवीन प्रवेश, अवरोहण और लैंडिंग तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसके तहत, हेलीकॉप्टर अपने प्रवेश कैप्सूल से मंगल के वातावरण में अवरोहण के दौरान स्वतंत्र रूप से उड़ान भरते हुए सतह पर उतरेंगे, जिससे पारंपरिक लैंडिंग प्लेटफॉर्म की आवश्यकता समाप्त होगी।
स्काईफॉल अवधारणा, नासा के इन्जेनुइटी मंगल हेलीकॉप्टर कार्यक्रम की सफलता पर आधारित है, जिसने मंगल के जेज़ेरो क्रेटर में 72 ऐतिहासिक उड़ानें पूरी कीं। यह मिशन मंगल ग्रह पर मानव लैंडिंग की तैयारी में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो मंगल ग्रह पर जीवन के संकेतों की खोज में भी योगदान करेगा।
एयरोविरोनमेंट और JPL ने पहले भी इन्जेनुइटी मंगल हेलीकॉप्टर कार्यक्रम में सहयोग किया है, जो मंगल ग्रह पर पहली बार नियंत्रित उड़ान भरने में सफल रहा। स्काईफॉल अवधारणा के माध्यम से, दोनों संगठन मंगल ग्रह पर मानव लैंडिंग की तैयारी में अपनी साझेदारी को और मजबूत करने की योजना बना रहे हैं।