फ्यूजन ऊर्जा क्षेत्र में हाल के विकासों ने स्वच्छ और प्रचुर ऊर्जा स्रोत के रूप में इसके संभावित योगदान को उजागर किया है।
कॉमनवेल्थ फ्यूजन सिस्टम्स (CFS) ने चेस्टरफील्ड काउंटी, वर्जीनिया में अपनी पहली ARC पावर प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई है, जो 2030 के दशक की शुरुआत में ग्रिड से जुड़ने की उम्मीद है। यह संयंत्र 400 मेगावाट की क्षमता के साथ दुनिया का पहला ग्रिड-स्केल फ्यूजन पावर प्लांट बनने का लक्ष्य रखता है।
इस परियोजना में गूगल ने CFS के साथ एक पावर पर्चेज एग्रीमेंट (PPA) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत गूगल 200 मेगावाट की स्वच्छ फ्यूजन ऊर्जा खरीदने का वादा करता है। यह समझौता गूगल की फ्यूजन ऊर्जा के क्षेत्र में पहली व्यावसायिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
फ्यूजन ऊर्जा, जो सूर्य की ऊर्जा उत्पन्न करने वाली प्रक्रिया पर आधारित है, स्वच्छ, प्रचुर और सुरक्षित ऊर्जा प्रदान करने की क्षमता रखती है। हालांकि, व्यावसायिक स्तर पर फ्यूजन ऊर्जा का उत्पादन अभी भी विकासशील चरण में है, और CFS जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही हैं।
CFS का SPARC परियोजना, जो डेवन्स, मैसाचुसेट्स में स्थित है, 2026 में अपना पहला प्लाज्मा उत्पन्न करने की योजना बना रहा है। इसके बाद, ARC पावर प्लांट का निर्माण शुरू होगा, जो 2030 के दशक की शुरुआत में ग्रिड से जुड़ने की उम्मीद है।
फ्यूजन ऊर्जा के क्षेत्र में इन विकासों से यह स्पष्ट है कि स्वच्छ और प्रचुर ऊर्जा स्रोत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, जो भविष्य में वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखते हैं।