गूगल डीपमाइंड ने एनेअस नामक एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) मॉडल पेश किया है, जो इतिहासकारों को प्राचीन रोमन शिलालेखों के अध्ययन में सहायता करता है। यह मॉडल शिलालेखों के उत्पत्ति, तिथि निर्धारण और क्षतिग्रस्त भागों की पुनर्स्थापना में मदद करता है।
एनेअस को 176,861 लैटिन शिलालेखों के डेटासेट पर प्रशिक्षित किया गया है, जो 7वीं शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर 8वीं शताब्दी ईस्वी तक के हैं। यह मॉडल शिलालेखों के मूल स्थान की पहचान करने, पाठ की तिथि बताने और लापता भागों को बहाल करने में सक्षम है।
इसका परीक्षण प्रसिद्ध शिलालेख "रेस गेस्टे डिवाइ ऑगस्टी" पर किया गया, जिसमें एनेअस ने तिथि निर्धारण में सटीकता दिखाई।
एनेअस का उद्देश्य इतिहासकारों के काम को तेज और अधिक सटीक बनाना है, जिससे प्राचीन दुनिया के अध्ययन में नई अंतर्दृष्टि प्राप्त हो सके।