कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया - ऑस्ट्रेलिया के सीएसआईआरओ के शोधकर्ताओं ने सेमीकंडक्टर निर्माण में सफलतापूर्वक क्वांटम मशीन लर्निंग (क्यूएमएल) लागू किया है, जो इस क्षेत्र में पहली बार है। *एडवांस्ड साइंस* में प्रकाशित यह सफलता, वास्तविक प्रायोगिक डेटा पर क्वांटम विधियों के व्यावहारिक उपयोग को दर्शाती है।
टीम ने गैलियम नाइट्राइड ट्रांजिस्टर के ओमिक संपर्क प्रतिरोध को मॉडलिंग करने पर ध्यान केंद्रित किया। सेमीकंडक्टर डिजाइन को अनुकूलित करने के लिए सटीक मॉडलिंग महत्वपूर्ण है। उन्होंने एक क्वांटम कर्नेल-एलाइंड रिग्रेसर (क्यूकेएआर) आर्किटेक्चर विकसित किया।
क्यूकेएआर मॉडल ने सात शास्त्रीय मशीन लर्निंग एल्गोरिदम से बेहतर प्रदर्शन किया। डॉ. मुहम्मद उस्मान ने क्यूकेएआर तकनीक की तत्काल प्रयोज्यता पर ध्यान दिया, जिसके लिए केवल पांच क्यूबिट की आवश्यकता होती है। इससे पता चलता है कि मौजूदा प्रक्रियाओं में आसान एकीकरण से विनिर्माण में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। भारत में 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत सेमीकंडक्टर निर्माण को बढ़ावा देने के लिए यह तकनीक महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।