जस्टिन बीबर ने आखिरकार उन वर्षों की अफवाहों को संबोधित किया है जिनमें कहा गया था कि शॉन "डिडी" कॉम्ब्स द्वारा उनका यौन शोषण किया गया था। उन्होंने पीड़ितों को न्याय मिलने के लिए समर्थन व्यक्त किया।
पीआर विशेषज्ञों का मानना है कि बीबर का यह कदम एक सोची-समझी मीडिया रणनीति है। इसका उद्देश्य उनकी शक्ति को पुनः प्राप्त करना और उन्हें एक सहयोगी के रूप में स्थापित करना है।
बीबर के प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि वह डिडी के शिकार नहीं हैं, लेकिन अन्य लोगों को वास्तव में नुकसान हुआ है। इस पर से ध्यान हटाने से उनके न्याय में बाधा आती है।
मीडिया विशेषज्ञों का सुझाव है कि बीबर का समय रणनीतिक है, यह देखते हुए कि डिडी पर यौन तस्करी के आरोप में मुकदमा चल रहा है। पीआर विशेषज्ञ चाड टेक्सीरा ने इसे "सोची-समझी प्रामाणिकता" का क्षण कहा।
टेक्सीरा ने समझाया कि बीबर ने सही सांस्कृतिक परिस्थितियों और कानूनी प्रक्रियाओं का इंतजार किया। यह सुनिश्चित करता है कि उनकी आवाज में वजन और विश्वसनीयता हो।
यह बयान सनसनीखेज से बचता है और सहानुभूति जगाने का लक्ष्य रखता है। इसे उच्च-स्तरीय संचार रणनीति और कानूनी सलाह के साथ तैयार किया गया था।
रिपोर्टों से यह भी पता चलता है कि बीबर डिडी की गिरफ्तारी से परेशान थे। कथित तौर पर उन्हें अपने आखिरी एल्बम पर डिडी के साथ काम करने का पछतावा है।