ताजिकिस्तान ने कृषि क्षेत्र के डिजिटलीकरण के लिए 2025-2029 की अवधि के लिए एक कार्यक्रम को मंजूरी दी है, जिसका उद्देश्य कृषि उत्पादकता बढ़ाना, खाद्य सुरक्षा में सुधार करना, सार्वजनिक सेवा वितरण को उन्नत करना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति लचीलता बढ़ाना है।
इस कार्यक्रम में बुनियादी ढांचे में निवेश, डिजिटल सार्वजनिक सेवाओं का विकास, डिजिटल कौशल और साक्षरता में वृद्धि, और कृषि क्षेत्र में डिजिटल समाधानों के लिए एक गतिशील बाजार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना शामिल है।
ताजिकिस्तान में कृषि क्षेत्र देश की जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देता है और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्रदान करता है। हालांकि, इस क्षेत्र को कम श्रम उत्पादकता, पुराने तरीकों पर निर्भरता और वित्तीय संसाधनों की कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। डिजिटलीकरण इन चुनौतियों को दूर करने और क्षेत्र की प्रतिस्पर्धात्मकता और स्थिरता बढ़ाने में मदद कर सकता है।
इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए चरणबद्ध दृष्टिकोण अपनाया जाएगा, जिसमें वार्षिक निगरानी और अनुकूलन प्रबंधन शामिल है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (FAO) इस प्रक्रिया में तकनीकी सहायता प्रदान करेगा, जिसमें ई-सरकारी प्रणालियों का विकास, क्षमता निर्माण और कृषि-विशिष्ट डिजिटल उपकरणों का परीक्षण शामिल है।
कृषि क्षेत्र में डिजिटलीकरण के माध्यम से किसानों की जानकारी, संसाधनों और बाजारों तक पहुंच बढ़ाने, आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुव्यवस्थित करने, और डिजिटल असमानता को दूर करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
यह पहल ताजिकिस्तान के कृषि क्षेत्र को अधिक लचीला, समावेशी और स्मार्ट बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो किसानों को सशक्त बनाने और खाद्य सुरक्षा में सुधार करने के लिए डिजिटलीकरण की क्षमता को पहचानती है।