कृषि क्षेत्र में श्रम की कमी और बढ़ती मांग के कारण, ब्लैकबेरी जैसी नाजुक फलों की कटाई में स्वचालन की आवश्यकता बढ़ रही है।
अमेरिका में, विशेषकर अर्कांसस राज्य में, ब्लैकबेरी की खेती महत्वपूर्ण है, और इसकी कटाई पारंपरिक रूप से श्रम-गहन प्रक्रिया रही है।
अर्कांसस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक नरम, तीन-प्रांग वाला रोबोटिक ग्रिपर विकसित किया है, जो ब्लैकबेरी की नाजुकता को ध्यान में रखते हुए उन्हें नुकसान पहुंचाए बिना काटने में सक्षम है।
इस ग्रिपर में प्रत्येक अंगुली के सिरे पर बल सेंसर लगे हैं, जो सुनिश्चित करते हैं कि कटाई के दौरान फल पर अत्यधिक दबाव न पड़े।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि ब्लैकबेरी की कटाई के लिए औसत बल लगभग 0.5 न्यूटन है, जो मानव हाथ द्वारा लगाए जाने वाले बल के समान है।
यह तकनीक न केवल श्रम की कमी को पूरा करने में मदद करेगी, बल्कि ब्लैकबेरी की कटाई की गुणवत्ता में भी सुधार करेगी, जिससे उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले फल उपलब्ध होंगे।
अर्कांसस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं का मानना है कि यह नवाचार कृषि क्षेत्र में स्वचालन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में अन्य नाजुक फलों की कटाई में भी उपयोगी हो सकता है।