फैशन उद्योग में स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, मैंगो ने अपनी 2025 उत्पाद श्रृंखला में पुनर्योजी कपास (regenerative cotton) को शामिल किया है। यह पहल मैंगो की 'सस्टेनेबल विजन 2030' रणनीति का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य 2030 तक 100% टिकाऊ फाइबर का उपयोग करना है। इस परिवर्तनकारी कदम के लिए मैंगो ने पुनर्योजी कृषि (regenerative agriculture) के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी मेटेरा (Materra) के साथ साझेदारी की है। मेटेरा की तकनीक और विशेषज्ञता का उपयोग करके, मैंगो अपने संग्रह में ऐसे परिधान पेश कर रहा है जिनमें कम से कम 50% मेटेरा पुनर्योजी कपास का उपयोग किया गया है, जिसमें टी-शर्ट और डेनिम जैसे उत्पाद शामिल हैं।
पुनर्योजी कृषि पारंपरिक कपास की खेती के तरीकों से हटकर है, जो मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, जैव विविधता को बढ़ाने और जल प्रतिधारण (water retention) क्षमता को मजबूत करने पर केंद्रित है। मेटेरा का प्लेटफॉर्म, Co:Farm, किसानों को मिट्टी और फसल डेटा एकत्र करने में मदद करता है, जिससे मैंगो को अपनी आपूर्ति श्रृंखला में अभूतपूर्व पारदर्शिता मिलती है। यह डेटा उर्वरता, मिट्टी का स्वास्थ्य, पोषक तत्वों, पानी के उपयोग और कीटनाशकों जैसे महत्वपूर्ण संकेतकों की निगरानी में सहायता करता है। मेटेरा का लक्ष्य 2030 तक आधा मिलियन हेक्टेयर भूमि को पुनर्जीवित करना है, जो फैशन उद्योग के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मेटेरा के सह-संस्थापक एडवर्ड हिल के अनुसार, पुनर्योजी कृषि का उद्देश्य रासायनिक इनपुट को समाप्त करना और उन्हें जैविक इनपुट से बदलना है, साथ ही मोनोक्रॉपिंग से हटकर बहु-फसल प्रणालियों को प्रोत्साहित करना है। यह दृष्टिकोण प्रकृति के साथ संतुलन बहाल करने और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने पर जोर देता है। यह पहल फैशन उद्योग में स्थिरता के प्रति बढ़ती जागरूकता का एक प्रमाण है, जो न केवल पर्यावरणीय पदचिह्न को कम कर रहा है, बल्कि किसानों की आजीविका का समर्थन करने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में भी योगदान दे रहा है।